हिंसा के बाद नूंह में 443 मकानों पर चला बुलडोजर, जानें कितने हिंदू और कितने मुस्लिम हुए प्रभावित

जानें कितने हिंदू और कितने मुस्लिम हुए प्रभावित

Update: 2023-08-19 14:31 GMT
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हिंसा भड़की थी. इसके बाद यहां 443 मकान ध्वस्त कर दिए गए. इनमें 162 परमानेंट और बाकी 281 टेंपरेरी थे. सरकार के इस बुलडोजर एक्शन से 354 लोग प्रभावित हुए, जिनमें 283 मुसलमान और 71 हिंदू थे. हरियाणा सरकार की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है. यह रिपोर्ट राज्य सरकार पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट को सौंपेगी.
नूंह में भड़की हिंसा के कुछ ही दिनों के बाद हरियाणा सरकार ने वहां बुलडोजर से कार्रवाई करनी शुरू कर दी थी, जिस पर हाई कोर्ट ने सात अग्सत को स्वत: संज्ञान लेते हुए इस पर रोक लगा दी थी. जस्टिस जीएस संधावालिया और जस्टिस हरप्रीत कौर जीवन की डिवीजन बेंच ने सरकार से पूछा था कि क्या यह जातीय सफाए की कार्रवाई थी? इसके जवाब में राज्य सरकार ने रिपोर्ट तैयार किया.
रजिस्ट्री में दाखिल करें जवाब- हाई कोर्ट
हरियाणा सरकार शुक्रवार को जब इस रिपोर्ट को कोर्ट में दाखिल करने गई तो चीफ जस्टिस रविशंकर झा और जस्टिस अरुण पल्ली की बेंच ने कहा कि जवाब रजिस्ट्री में दाखिल किया जाना चाहिए. बता दें कि इस मामले में पिछले हफ्ते भी सुनवाई हुई थी. मगर जस्टिस अरुण पल्ली और जस्टिस जगमोहन बंसल की बेंच ने इस मामले को चीफ जस्टिस के पास भेज दिया था.
जातीय आधार पर नहीं की गई कार्रवाई
सुनवाई के बाद हरियाणा के एडिशनल एडवोकेट जनरल दीपक सभरवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह कार्रवाई जातीय आधार पर नहीं की गई है. पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है. 2011 की जनगणना के मुताबिक, मुस्लिम और हिंदूओं की जनसंख्या का अनुपात 80:20 का है जबकि कार्रवाई का अनुपात 70:30 था. बता दें कि हिंसा के तीन दिन बाद 3 अगस्त से नूंह में विध्वंस अभियान शुरू किया गया था.
गुरुग्राम में 25 संपत्तियां नष्ट, हिंसा के बाद सिर्फ 1
डिप्टी कमिश्नर निशांत कुमार यादव के हलफनामे के मुताबिक, गुरुग्राम में 3 जुलाई से 8 अगस्त के बीच 25 संपत्तियों को नष्ट कर दिया गया. इसमें 116 एकड़ जमीन शामिल थी, जिसमें 57 एकड़ जमीन खाली कर दी गई है. हिंसा के बाद गुरुग्राम में केवल एक संपत्ति को ध्वस्त किया गया है और गुरुग्राम में ध्वस्त की गई सभी संपत्तियां हिंदुओं की थीं.
नूंह में 31 जुलाई को भड़की थी हिंसा
बता दें कि नूंह में 31 जुलाई विश्व हिंदू परिषद का यात्रा के दौरान हिंसा भड़की थी. यह हिंसा धीरे-धीरे हरियाणा के अन्य शहरों तक भी पहुंच गई. नूंह हिंसा में 7 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा दर्जनों लोग घायल हुए थे. हिंसा की वजह से नूंह में कई दिनों तक इंटरनेट बंद रहा. हालांकि, अब वहां हालात ठीक हुए हैं. पाबंदियों में कुछ ढील दी गई है.
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