Chandigarh चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को कहा कि भाजपा ने जिस तरह से चुनाव तिथियों को स्थगित करने की मांग की है, उससे साफ है कि उसने मतदान से पहले ही हार मान ली है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को 1 अक्टूबर को मतदान तिथि से पहले और बाद में लंबी छुट्टियों की चिंता थी, तो उसे मतदान स्थगित करने के बजाय चुनाव आयोग से मतदान को पहले कराने के लिए आवेदन करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने मतदान को पहले कराने की मांग की होती, तो कांग्रेस भी निश्चित रूप से इसका समर्थन करती।
हुड्डा ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की सरकार लाने का मन बना लिया है, क्योंकि पार्टी को जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है और नेता और कार्यकर्ता लगातार दूसरी पार्टियों को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार 'कौशल निगम' को लेकर झूठा प्रचार कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से घोषणा की है कि ठोस नीति बनाकर कौशल कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा और उन्हें उचित वेतन दिया जाएगा। प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा और भाजपा-जजपा सरकार के दौरान यमुना खनन, डाडम खनन, शराब, रजिस्ट्री, पेपर लीक और धान खरीद जैसे अनगिनत घोटाले हुए हैं और इन घोटालों की जांच रिपोर्ट को सरकार ने दबा दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इन रिपोर्टों का पर्दाफाश किया जाएगा। एकीकृत पेंशन योजना पर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) का लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध है। हुड्डा ने कंगना रनौत की किसानों पर टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान देश का पेट भरते हैं। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे किसी भी व्यक्ति को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।