हरियाणा Haryana : सत्तारूढ़ भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कैथल जिले की तीन विधानसभा सीटों पर दो मौजूदा विधायकों पर भरोसा बनाए रखने का फैसला किया है और एक पूर्व विधायक को मैदान में उतारा है। हालांकि, पार्टी ने पूंडरी विधानसभा सीट के टिकट को फिलहाल रोक रखा है, जिसकी घोषणा अगले कुछ दिनों में होने की संभावना है।जहां पार्टी ने कैथल सीट से प्रमुख गुर्जर नेता और मौजूदा विधायक लीला राम को मैदान में उतारा है, वहीं पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक कमलेश ढांडा को कलायत से टिकट दिया गया है। भाजपा ने गुहला विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक कुलवंत राम बाजीगर को भी मैदान में उतारा है।
कैथल जिले में चार विधानसभा क्षेत्र हैं- कैथल, कलायत, गुहला और पूंडरी। वर्तमान में इनमें से दो सीटें कैथल और कलायत क्रमश: भाजपा विधायक लीला राम और कमलेश ढांडा के पास हैं। पूंडरी का प्रतिनिधित्व निर्दलीय विधायक रणधीर गोलेन करते हैं, जबकि गुहला सीट पर जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह काबिज हैं, जिन्होंने हाल ही में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा ने कैथल से लीला राम पर भरोसा जताया है, जहां उन्होंने 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला को हराकर 1,246 वोटों के मामूली अंतर से जीत हासिल की थी। कलायत से कमलेश ढांडा को भी फिर से मैदान में उतारा गया है। 2019 में ढांडा ने कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश के खिलाफ 8,974 वोटों के अंतर से सीट जीती थी। गुहला में पार्टी ने कुलवंत राम बाजीगर को मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2014 में भाजपा के टिकट पर 2,440 वोटों के अंतर से सीट जीती थी। हालांकि, 2019 में भाजपा ने बाजीगर का टिकट काटकर पारा राम को टिकट दिया। इस बार पार्टी ने अपने पुराने विकल्प पर ही भरोसा जताया है। 2019 में जेजेपी उम्मीदवार ने पारा राम को हराकर 4,574 वोटों के अंतर से सीट जीती थी। ईश्वर सिंह को 36,518 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार दिलू राम को 31,944 वोट मिले थे।