मदरसे में छात्र की हत्या मामले में हुआ बड़ा खुलासा, साथी ने इस वजह से उतारा था मौत के घाट

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Update: 2022-09-12 16:36 GMT
नूंह। हरियाणा के नूंह जिले के शाहचौखा मदरसा में हुए छात्र समीर मर्डर मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। समीर को किसी ओर ने नहीं बल्कि उसके ही साथी छात्र ने मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने आरोपी छात्र को पकड़ लिया है, जिसे जुवेनाइल कोर्ट में पेश कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। वहीं पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हत्यारोपी छात्र मदरसा में पढ़ना नहीं चाहता था परंतु उसके परिजन उसे मदरसा में पढ़ाना चाहते थे इसलिए मदरसा की पढ़ाई से छूटने के लिए हत्यारोपी छात्र ने प्लान बनाकर मदरसे को बदनाम करके बंद कराने की नियत से अपने साथी छात्र समीर का गला दबाकर, मारपीट करके व दीवार में सिर मार कर मौत के घाट उतार दिया था। समीर को मदरसे के बेसमेंट में बने एक कमरे में ले जाकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया, क्योंकि इस कमरे में कोई आता जाता नहीं था तथा हत्यारोपी ने शुक्रवार जुम्मा के दिन मदरसा में ज्यादा भीड़ होने के कारण हत्या के लिए शनिवार का दिन चुना था। हत्या को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी छात्र ने समीर को रेत में दबा दिया था। हत्यारोपी छात्र ने कबूला कि उसने शनिवार गत 3 सितंबर को इस घटना को अंजाम दिया था। बता दें कि हत्या 2 दिन बाद जब मृतक छात्र समीर का शव फूल गया और उसमें से बदबू आने लगी तो गत 5 सितंबर को इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ। बच्चे के गायब होने की खबर गत 3 सितंबर को ही लग गई थी। मदरसा संचालक सहित समीर के परिजनों ने उसको खूब खोजा, परंतु वह नहीं मिला।
2 दिन बाद उसका शव मदरसे के ही एक कमरे से संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। आरोपी छात्र ने अपने पिता को गत 8 सितंबर को इस हत्याकांड के बारे में बता दिया था। हत्याकांड होने के बाद अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को मदरसे से घर ले गए थे, लेकिन आरोपी छात्र के पिता उसे घर नहीं लेकर गए। जब पुलिस जांच शुरू होने के बाद गत 8 सितंबर को हत्यारोपी छात्र के परिजन शाहचौखा मदरसा में पहुंचे तो पुलिस के आवागमन व पुलिस द्वारा सभी से पूछताछ करने से घबराकर आरोपी छात्र ने सारा घटनाक्रम अपने पिता को बता दिया। आगामी 9 सितंबर को उसके पिता ने सारा घटनाक्रम पुलिस को बताया। पुलिस ने हत्यारोपी छात्र से 9 सितंबर व 10 सितंबर को उसके परिजनों की मौजूदगी में पूछताछ की, जो हत्यारोपी छात्र बार-बार अपने बयान बदल रहा था। आज हत्यारोपी छात्र से दोबारा पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। हत्यारोपी छात्र पुन्हाना खंड के ही एक गांव का रहने वाला है और उसकी उम्र महज 13 साल है। खास बात यह है कि हत्यारोपी छात्र व मृतक छात्र की आपस में अच्छी बनती थी। दोनों साथ खेलते-कूदते थे और मृतक छात्र समीर हत्यारोपी छात्र की बात को खूब मानता था, इसीलिए उसने समीर को ही मौत के घाट उतारने का फैसला कर लिया। घटना के तकरीबन एक सप्ताह बाद ही पुलिस ने पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।
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