सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान के बाद अब जल्द हमे हक मिलने की उम्मीद: मूलचंद शर्मा
चंडीगढ़। सतलुज-यमुना लिंक नहर के पानी को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिए गए संज्ञान के बाद दोनों प्रदेशों (हरियाणा-पंजाब) की सियासत भी गरमाई हुई है। इस मुद्दे पर प्रदेश के परिवहन-खनन और उच्चत्तर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि उनकी याद में 1970 से आज तक सभी मुख्यमंत्रीयों ने एस वाई एल को लेकर मात्र राजनीति की है। ना तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तरह किसी ने इसे लेकर प्रयास किए थे और ना ही कभी सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का संज्ञान लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि हिंदुस्तान के पाकिस्तान में जाने वाले पानी को रोका जाए। उन्होंने न्यायपालिका पर पूर्ण भरोसा जताते हुए जल्द हरियाणा के हक का पानी मिलने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा आज हरियाणा के गुड़गांव- फरीदाबाद- रेवाड़ी- महेंद्रगढ़- भिवानी जिलों में पीने के पानी को लेकर से हाहकार मचा है। दिल्ली में पानी की भारी जरूरत है। राजस्थान की धरती सूखी पड़ी है। इन क्षेत्रों में पीने तक का पानी मौजूद नहीं। सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान के बाद हमें जल्द पानी मिलने की उम्मीद है। इससे लोगों को स्वच्छ पानी पीने को मिलेगा, खेती में भी पानी पहुंचेगा और धरती की पैदावार दोगुना हो जाएगी। मूलचंद शर्मा ने कहा कि हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर पहले भी फैसला लिया था, जो हरियाणा के हित में था। लेकिन अब फैसला देश के हित में लिया गया है। आखिर हमारा पानी पाकिस्तान में क्यों जा रहा है, सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि पंजाब अपनी आवश्यकता अनुसार पानी ले, लेकिन बाकी पानी पाकिस्तान में क्यों जाया जा रहा है। बचे पानी को दिल्ली- हरियाणा- राजस्थान में भेजा जाना चाहिए। हम सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हैं और उनके संज्ञान से हमें उम्मीद है कि हरियाणा को जल्द हक मिलेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जा रहे इस पानी को रोका जाना चाहिए। भगवंतमान को लेकर भी टिप्पणी करते हुए शर्मा ने कहा कि बेशक बैठक के दौरान उन्होंने कुछ भी कहा हो, लेकिन पाकिस्तान में पानी जाने देने का कोई औचित्य नही है। वह पानी हरियाणा दिल्ली राजस्थान में क्यों नहीं जाने दिया जा रहा।