फरीदाबाद । मिसिंग पर्सन हेल्पलाइन सेक्टर-7 की टीम ने ऑपरेशन मुस्कान अभियान के अंतर्गत सात वर्ष पहले परिवार से बिछड़े 14 वर्षीय बच्चे को परिजनों से मिलवाने मेें कामयाबी हासिल की है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने मंगलवार को बताया कि गुमशुदा बच्चा वर्ष 2016 में अपनी मां के साथ अपने नाना के घर घमरिया झारखंड जा रहा था और रेलवे स्टेशन पर भीड़ के कारण साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर बिछड गया था। बच्चा उस समय 7 वर्ष का था।
राजकीय रेलवे पुलिस ने बच्चे के मां-बाप की तलाश की और उनके न मिलने पर कागजी कार्रवाई करते हुए बच्चे को सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) साहिबगंज के हवाले कर दिया। डीसीपीओ साहिबगंज ने बच्चे को शेल्टर होम में छोड़ दिया था। मामले में कार्रवाई करते हुए कृष्ण लाल ने गुमशुदा बच्चे से वीडियो कॉल पर बात करके बच्चे का वीडियो बनाया और इस संबंध में घमरिया एसएचओ से बात की। बच्चे से मिली जानकारी के अनुसार उसके माता-पिता पटना में किराए के मकान में रह रहे थे, जिसका पता उसको याद नहीं है, लेकिन घमरिया रेलवे स्टेशन से उतर कर नदी पार करने के बाद एक बस्ती है, वहां पर उसकी नानी रहती है।
एएसआई कृष्ण लाल ने बच्चे से प्राप्त जानकारी के साथ बच्चे का वीडियो, बच्चे की नानी और परिजनों की तलाश में एसएचओ घमरिया झारखंड के पास भेजा। एसएचओ घमरिया ने बच्चे की वीडियो के आधार पर बच्चे के परिजनों की तलाश की। एसआई कृष्ण लाल ने बच्चे की फैमली से फोन से विडियो कॉल कर बात कराई, जिसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को पहचान लिया। साहिबगंज की डीसीपीओ डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर पूनम ने बच्चे को बाल कल्याण समिति की सहायता से सकुशल परिजनों से मिलाया।