पलवल के सौंद गांव में डेंगू से 6 बच्चों की मौत, कुमारी सैलजा ने पीड़ित परिवारों से की मुलाकात
जिले के गांव सौंद के सुन्दर नगर में डेंगू से अब तक 6 बच्चों की मौत (palwal dengue children death) हो चुकी है. इसके बाद भी इस गांव में कोई नेता और प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा है.
जनता से रिश्ता। जिले के गांव सौंद के सुन्दर नगर में डेंगू से अब तक 6 बच्चों की मौत (palwal dengue children death) हो चुकी है. इसके बाद भी इस गांव में कोई नेता और प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा है. वहीं रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा (kumari selja) मृतक बच्चों के घर पहुंची और उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना दी. इस दौरान सैलजा ने कहा कि बड़े ही दुःख की बात है कि इस छोटे से गांव में डेंगू से 6 बच्चों की मौत हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी ना तो कोई सरकार की ओर से मंत्री या नेता इनकी मदद के लिए पहुंचा है और ना ही कोई प्रसाशनिक अधिकारी.
उन्होंने कहा कि सरकार को क्या पता जब किसी गरीब व्यक्ति का भविष्य चला जाए तो उसको ही पता चलता है. सरकार को किसी की कोई चिंता नहीं है. बता दें कि हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने रविवार को होडल के गांव सौंद पहुंचकर जन जागरण अभियान के अंतर्गत पदयात्रा शुरू की. इस दौरान जैसे ही कुमारी सैलजा को पता चला कि सुन्दर नगर में डेंगू से 6 बच्चों की मौत हो चुकी है तो सैलजा सुन्दर नगर में पहुंची और मृतक बच्चों के परिजनों से मिली.
कुमारी सैलजा सभी मृतक बच्चों के परिजनों से घर-घर जाकर मिली और उन सभी को सांत्वना दी. सैलजा ने मृतक बच्चों के परिजनों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आने पर उनकी हर हालत में मदद की जाएगी. वहीं सरकार पर निशाना साधते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि 6 बच्चों की मौत तो हो चुकी है और गांव में अभी भी काफी बच्चे बीमार हैं. इनके पास निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए पैसा नहीं है. दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों में कोई सुविधा नहीं है. इस गांव में गंदगी का आलम है, गंदे पानी की निकासी के लिए कोई इंतजाम नहीं है.
सैलजा ने कहा कि सरकार को इन गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए और गांव में अभी तक कोई फॉगिंग तक नहीं कराई है. उन्होंने कहा कि इस गांव के लोगों की हर संभव मदद की जाएगी और वह इस दुःख की घड़ी में गांव के लोगों के साथ हैं. वहीं गांव के लोगों का कहना है कि उनके गांव में अब तक डेंगू से 6 बच्चों की मौत हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी उनकी मदद के लिए सरकार का कोई आदमी उनके पास नहीं आया है. ग्रामीणों ने कहा कि अभी भी गांव में काफी बच्चे बीमार हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में कोई टेस्ट नहीं किए गए और ना ही कोई दवाई का छिड़काव किया गया है.