लेटेस्ट न्यूज़: भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी श्वेता सिंह को प्रधानमंत्री कार्यालय में निदेशक ( डायरेक्टर ) पद पर नियुक्ति दी गई है। श्वेता सिंह 2008 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं। कार्मिक मंत्रालय ने इसे लेकर मंगलवार को आदेश जारी किया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनके तीन साल के कार्यकाल को मंजूरी दी है। श्वेता की इस उपलब्धि पर पूरा परिवार व क्षेत्रवासी अपने को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। बता दें कि बहादुरगढ़ के नई बस्ती निवासी बालकिशन शर्मा की पुत्री श्वेता ने वर्ष 2008 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 147वां रेंक प्राप्त किया था। उन्हें भारतीय विदेश सेवा में नियुक्ति हासिल हुई थी। बचपन से ही अपनी दादी स्व. शांति देवी से प्रेरणा लेने वाली श्वेता अपने दादा श्यामलाल के स्नेह व मार्गदर्शन में बड़ी हुई। श्वेता शुरूआत से ही होश्यिार रही है। बहादुरगढ़ के सैनिक पब्लिक स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा, बाल भारती स्कूल से दसवीं और दिल्ली के हंसराज स्कूल से 12वीं उत्तीर्ण की थी। इसके बाद दिल्ली विश्वद्यिालय से पत्रकारिता का कोर्स किया था। श्वेता ने वर्ष 2004 में समाज शास्त्र विषय में नेट व जेआरएफ की परीक्षा पास की थी। श्वेता ने जेएनयू से एमए एमफिल में टॉप किया था। उसकी जुलाई 2006 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में समाज शास्त्र विभाग में प्रवक्ता के पद पर नियुक्त हुई थी। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में पीएचडी की तैयारियों के साथ सिविल सेवा की तैयारियां की थी।
परिवार से मिले संस्कार: किशोरावस्था से ही श्वेता का लक्ष्य अपने कर्त्तव्य का ईमानदारी से पालन करते हुए देशसेवा करना था। श्वेता के पिता बालकिशन शर्मा मानव संसाधान विकास मंत्रालय में सेवा दे चुके हैं। श्वेता की मां कमलेश शर्मा शिक्षिका थी और सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। श्वेता की बड़ी बहन वेणू आंध्र प्रदेश में होम्योपेथिक की एसोसिएट प्रोफेसर है। भाई रवि ने वकालत करने के बाद परिवार के कारोबार को संभाल लिया।
अफगान संकट में नेतृत्व: भारतीय विदेश सेवा में चुने जाने के बाद ट्रेनिंग उपरांत श्वेता की पहली पोस्टिंग पुर्तगाल में हुई। इसके बाद वह मयंमार में तीन साल रही। फिर दिल्ली में पाकिस्तान-अफगान-ईरान के विदेश मामलों की निदेशक थी। अगस्त-2021 में अफगानिस्तान में बने संकट के दौरान चलाए गए ऑप्रेशन देवी शक्ति में शानदार नेतृत्व क्षमता के प्रदर्शन के लिए श्वेता की खूब सराहना हुई थी।