रोहतक : मध्यप्रदेश की 2023 में हुई राज्य स्तरीय बाक्सिंग प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में रजत पदक विजेता 16 वर्षीय आदिश्री शिंदे ने रोहतक के एक प्राइवेट पीजी में रविवार रात को आत्महत्या कर ली। उसने 22 अप्रैल को ही शहर की एक प्राइवेट बॉक्सिंग अकादमी में दाखिला लिया था।
सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव पिता रणजीत शिंदे को सौंपा दिया। नम आंखों से पिता ने कहा, आदिश्री से मेरे बहुत सपने जुड़े थे। वह मेरी इकलौती संतान थी। कहती थी कि पिता जी, एक दिन देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीतकर लाऊंगी। पता नहीं था, जिस पदक को पाने के लिए 14 दिन पहले बेटी को छोड़ने आया था, उसका अब शव लेकर जा रहा हूं।
तीन लाइन के सुसाइड नोट में लिखा, आपने मेरे लिए बहुत कुछ किया, माफ कर देना
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें आदिश्री की तरफ से लिखा हुआ है कि, मम्मी-पापा आप दोनों ने मेरे लिए बहुत कुछ किया। मैं जा रही हूं, मुझे माफ कर देना। सुसाइड नोट में आदिश्री ने आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं किया है। न ही पिता ने पुलिस को दिए बयानों में वजह बताई। केवल इतना कहा कि उसकी बेटी ने अज्ञात कारणों के चलते यह कदम उठाया है।
पीजी में अकेली थी आदिश्री, ज्यादातर बच्चे गए हुए थे छुट्टी के चलते घर
पुलिस के मुताबिक रविवार रात करीब पौने नौ बजे सूचना मिली कि आजादगढ़ स्थित पीजी में एक लड़की का शव फंदे से लटका हुआ है। सूचना पाकर नए बस स्टैंड पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई पंकज मौके पर पहुंचे। एफएसएल एक्स्पर्ट डॉक्टर सरोज दहिया को बुलाया गया। जांच पड़ताल के बाद रात को शव पीजीआई के डेड हाउस में रखवा गया। सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद पिता को सौंप दिय गया।
मेरी बेटी आत्महत्या क्यों की, मुझे पता नहीं। न ही मुझे किसी पर शक है। मैं तो बेटी को बाक्सिंग अकादमी में दाखिला दिलाकर गया था। 14 दिन बाद उसका शव लेकर जा रहा हूं। -रंजीत शिंदे, निवासी ग्वालियर, मध्यप्रदेश
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। अब तक की जांच में मामला सुसाइड का मिला है। मृतका ग्वालियर मध्यप्रदेश की रहने वाली थी। जिसने अभी रोहतक की एक बाक्सिंग अकादमी में दाखिला लिया था।