केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साबरमती रिवरफ्रंट पर कुल्हड़ों से बने महात्मा गांधी के चित्र का किया अनावरण

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) में साबरमती रिवरफ्रंट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के कुल्हड़ों से बने भित्तिचित्र का अनावरण किया.

Update: 2022-01-30 13:00 GMT

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahmedabad) में साबरमती रिवरफ्रंट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के कुल्हड़ों से बने भित्तिचित्र का अनावरण किया. इस अवसर पर अमित शाह ने प्रशिक्षित कुम्हारों और मधुमक्खी पालकों को 200 इलेक्ट्रिक पॉटर व्हील और 400 मधुमक्खी बक्से भी वितरित किए. स्वतंत्रता के 75वें साल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा ये भित्ति चित्र तैयार किया गया है.

2975 लाल रंग की ग्लेज्ड मिट्टी के कुल्हड़ों से दीवार पर बना 100 वर्ग मीटर भित्तिचित्र भारत में अपनी तरह का केवल दूसरा और गुजरात में पहला है. स्मारक भित्ति चित्र देशभर से एकत्र की गई मिट्टी से बनाया गया है और इसमें इस्तेमाल किए गए कुल्हड़ KVIC द्वारा "कुम्हार सशक्तिकरण योजना" के तहत प्रशिक्षित 75 कुम्हारों द्वारा बनाए गए हैं. इस अवसर पर अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा, 'आज 30 जनवरी बापू का भी स्मृति दिन है. इसीलिए 30 जनवरी को 1857 से लेकर 1947 तक आजादी के आंदोलन में जिन लोगों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया, उनकी स्मृति में पूरा राष्ट्र आज शहीद दिवस मनाता है.'
मिट्टी के कुल्हड़ों से तैयार भित्तिचित्र का उदघाटन
उन्होंने कहा,'आज के दिन ही साबरमती के जिस तट पर बापू ने आजादी के आंदोलन का आयोजन किया, उसी तट से आज उनके दिए आत्मनिर्भरता के मंत्र को साकार करते हुए मिट्टी के कुल्हड़ों से तैयार भित्तिचित्र के उदघाटन का कार्यक्रम आयोजित हुआ है और बापू को इससे बड़ी श्रद्धांजलि नहीं हो सकती.' शाह ने कहा, 'इस स्मृति दिन पर इस श्रद्धांजलि का एक और भी महत्व है कि यह साल हमारी आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) का साल है. देश की आजादी का 75वां साल है और 75वें साल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अत्यंत उत्साह के साथ मनाने का फैसला लिया है.
'आजादी के अमृत महोत्सव का साल संकल्प लेने का वर्ष'
गृह मंत्री ने कहा कि ये आजादी के अमृत महोत्सव का साल संकल्प लेने का साल है. 75वें साल से 100 साल तक की हमारी यात्रा, संकल्प यात्रा है जिसमें हमें अपने लक्ष्य तय करने हैं और भारत की जनता को उन लक्ष्यों की सिद्धि के लिए तैयार भी करना है. शाह ने कहा, 'एक निशस्त्र व्यक्ति (महात्मा गांधी) ने जब अंग्रेजों के पूरे साम्राज्य को उखाड़ फेंकने का संकल्प किया था, उस संकल्प के लिए शक्ति कहां से आई होगी? यही शक्ति हम सबके लिए प्रेरणास्त्रोत है. बापू ने ना सिर्फ आजादी की लड़ाई की शुरूआत की, बल्कि आजादी की लड़ाई में स्वराज की लड़ाई के दौरान कई ऐसे विचार रखे जो आजादी पाने के लिए तो जरूरी थे ही, लेकिन आजादी के बाद भारत के पुनर्निर्माण के लिए भी आवश्यक हैं..
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