सूरत : छह माह में नशामुक्ति केंद्र पहुंचे 412 लोग, करोड़पतियों के बेटे व काॅलेज गर्ल शामिल, जानिए क्या हैं पूरा मामला

शहर के बच्चे, युवा, महिलाएं भी ड्रग्स की गिरफ्त में आते जा रहे हैं

Update: 2021-10-27 12:48 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेसक |  शहर के बच्चे, युवा, महिलाएं भी ड्रग्स की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। इससे कई घर बर्बाद हो रहे हैं। सूरत में भी बीते कुछ साल में एमडी ड्रग्स सहित अन्य ड्रग्स के मामले बढ़े हैं। बीते दो साल में ड्रग्स के 16 मामलों में 2.50 किलो एमडी ड्रग्स जब्त की गई। इस साल एलएसडी पट्टी का भी एक मामला पकड़ा गया। अभिनेता सुशांत सिंह की मौत के बाद ड्रग्स का मुद्दा पूरे देश में छाया रहा। उसी दाैरान सूरत में भी पुलिस ने ड्रग्स के मामलों में कार्रवाई की।

अडाजण, सिटीलाइट, रांदेर सहित कई क्षेत्रों में पुलिस ने कार्रवाई की। उसके बाद सितंबर 2020 से सितंबर 2021 के दौरान 14 मामलों में 2 करोड रुपए की 2.200 किलो एमडी ड्रग्स जब्त की गई। सितंबर 2019 से सितंबर 2021 की बात करें तो 2 मामलों में 300 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त किया गया था। इसकी कीमत 14 लाख रुपए है। इस दौरान साल 2021 में एलएसडी पेपर का एक मामला अडाजण के दंपती के खिलाफ दर्ज किया गया।

दंपत्ति ड्रग्स का ऑनलाइन व्यापार करता था। इस मामले में दिल्ली एनसीबी ने यहां छापेमारी की थी। ड्रग्स के चंगुल में फंसे कई लोग अब नशामुक्ति केंद्र जा रहे हैं। इसमें युवाओं के साथ कई बड़े घरों की विवाहित महिलाएं और कॉलेज की छात्राएं भी हैं। पिछले छह महीने में नशे की लत छुड़ाने के लिए 400 से अधिक लोगों ने परिवर्तन नशामुक्ति केंद्र का संपर्क किया। इनका उपचार चल रहा है।

पकड़े गए 75% मामलों में करोड़पतियों के बेटे शामिल

पुलिस ने ड्रग्स के जो मामले अब तक पकड़े हैं, उनकी स्टडी से पता चला है कि नशा करने वाले ज्यादातर रईस परिवारों के युवा हैं। इन युवाओं को पार्टियों या दोस्तों के साथ घूमने-फिरने के दौरान ड्रग्स की लत लगी। कई बड़े घरों के युवा महंगे से महंगा नशा करने में भी पीछे नहीं हैं। अभी तक सूरत पुलिस ने ड्रग्स के जो केस दर्ज किए है‌ं उनमें 75 प्रतिशत मामलों में करोड़पति परिवारों के बच्चे ही शामिल हैं।

बड़े होटल के मालिक का बेटा भी पकड़ा गया था

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह की मौत के बाद सूरत पुलिस ने भी ड्रग्स को लेकर तेजी से कार्रवाई की थी। पुलिस ने अडाजण, सिटीलाइट, रांदेर आदि स्थानों पर छापे मारकर कई ड्रग्स पेडलर पकड़े थे। पुलिस कार्रवाई में शहर के एक प्रसिद्ध होटल के मालिक का बेटा आदिल नूरानी भी पकड़ा गया था।

शराब-अफीम और चरस का नशा तो आम बात

शहर में शराब, अफीम और चरस का नशा करने वाले तो रोज ही पकड़े जाते हैं। ज्यादातर चरस और गांजा ओडिशा से ट्रेन और सड़क के माध्यम से आता है। शहर पुलिस और रेलवे पुलिस ने कई बार कार्रवाई कर तस्करों को गिरफ्तार किया है। कुछ दिनों तक ये लोग शांत रहते हैं, बाद में सक्रिय हो जाते हैं।

108 नशेड़ियों को केंद्र में भर्ती कर इलाज किया गया

परिवर्तन नशामुक्ति केंद्र के प्रोजेक्ट मैनेजर विनय सोलंकी ने बताया कि अप्रेल 2021 से सितंबर 2021 के दौरान 412 लोगों ने ट्रीटमेंट लिया है। 21 दिन तक योग, काउंसलिंग और दवाइयां सहित कई थैरेपी से उपचार होता है। 412 में से 325 की काउंसलिंग की गई। 108 लोगों को इंडोर इलाज दिया। एमडी ड्रग्स लेने वाले 12 लोगों में 6 महिलाएं थीं। इसके अलावा अफीम, शराब, चरस के लती थे।

पति ज्यादातर घर से बाहर रहते थे, पार्टियों में लगी लत

नशामुक्ति केंद्र में उपचार के लिए जो महिलाएं आईं, उनका इलाज ओपीडी में किया गया, केंद्र में महिलाओं को भर्ती करने की अनुमति नहीं है। काउंसलिंग के दौरान पता चला कि इन महिलाओं में चार शादीशुदा हैं और दो कॉलेज की लड़कियां हैं। सभी अमीर परिवारों की हैं। पति अक्सर घर से बाहर रहते हैं। ऐसे में वे पार्टी और सहेलियों के साथ एमडी ड्रग्स का नशा करना सीख गईं, जो अब भारी पड़ रहा है।

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