प्रदेश अध्यक्ष ने लिया बड़ा फैसला, इन नेताओं से मांगा गया है इस्तीफा
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अहमदबाद: गुजरात में बीजेपी पिछले 25 सालों से सत्ता है. इस साल के अंत में फिर विधानसभा चुनाव होने हैं. इस चुनाव में भी वह बाजी मारना चाहती है लेकिन जूनागढ़ जिले में संगठन के नेता और पदाधिकारियों के पास एक से ज्यादा पद होने को लेकर भारी असंतोष फैल रहा था. इस नाराजगी को दूर करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ा फैसला ले लिया.
प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को सूचना मिली कि वहां के सांसद, जिला प्रमुख और सहकारी मंडली के चेयरमैन ने अपनी मनमानी करके दूध सहकारी मंडली हो या मार्केटिंग यार्ड या सहकारी बैंक में हर जगह चेरमेन या सेक्रेटरी का पद हासिल कर लिया.
उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में पनप रहे ऐसे असंतोष को दबाने के लिए तुरंत ऐक्शन ले लिया गया है. उन्होंने एक से ज्यादा पदों पर काबिज ऐसे सभी नेताओं-पदाधिकारियों से मुख्य पद के अलावा अन्य पदों से इस्तीफा ले लिया है.
इन नेताओं से मांगा गया है इस्तीफा
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने एक पद एक नेता की नीति का उल्लंघन करने और दूसरे कार्यकर्ताओं को मौका ने देने को लेकर फैल रही नाराजगी को देखते हुए तुरंत सभी नेताओं से अन्य पदों पर से इस्तीफा मांग लिया है.
उन्हें जानकारी मिल थी कि सांसद राजेश चूड़ासमा, जिला प्रमुख किरीट पटेल और सहकारी बैंक और दूध मंडली के चेयरमैन बन बैठे दिनेश खटारिया, सहकारी बैंक के चेयरमैन जेठाभाई पानेरा ने मनमानी करते हुए एक से ज्यादा पदों पर कब्जा कर लिया है.
संसद राजेश चुड़ासमा से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के नियम अनुसार एक पद एक नेता के अनुसार ये इस्तीफे लिए गए हैं.
150 सीटें जीतने का रखा है लक्ष्य
गुजरात में बीजेपी ने पूरी ताकत के साथ चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. 182 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे. बीजेपी ने इस बार 150 सीटों पर कब्जा करने का लक्ष्य रखा है. बीजेपी का अभी 99 सीटों पर कब्जा है. बीजेपी की अपने पारंपरिक शहरी वोटर के साथ-साथ इस बार सबसे ज्यादा नजर गांव के ओबीसी, दलित, आदिवासी वोटरों पर है.