762 करोड़ रुपये की GST धोखाधड़ी के आरोप में निजी कंपनी का चेयरमैन गिरफ्तार
गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के साथ मिलकर गुजरात के जीएसटी विभाग ने एक फर्म के अध्यक्ष पर बड़ी कार्रवाई की है।
गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के साथ मिलकर गुजरात के जीएसटी विभाग ने एक फर्म के अध्यक्ष पर बड़ी कार्रवाई की है। जीएसटी विभाग ने भावनगर स्थित एक फर्म के अध्यक्ष को फर्जी चालान का इस्तेमाल करने के एक मामले में गिरफ्तार किया है।
पटेल को गिरफ्तार करने के लिए एटीएस की मदद ली
चेयरमैन पर 137 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करने के लिए 762 करोड़ रुपये के फर्जी चालान का उपयोग करने के आरोप है। इससे पहले माधव कॉपर लिमिटेड के अध्यक्ष नीलेश पटेल को जीएसटी टीम उनको पकड़ने गई थी तो वह जीएसटी अधिकारियों के एक वाहन को टक्कर मारकर भागने में सफल रहे थे। लेकिन इस बार पटेल को गिरफ्तार करने के लिए एटीएस की मदद ली।
पिछले साल जुलाई में धोखाधड़ी का खुलासा
विभाग ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पटेल पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट में 137 करोड़ रुपये प्राप्त करने के लिए 762 करोड़ रुपये के फर्जी चालान जारी कर राज्य के खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। राज्य के जीएसटी विभाग ने पिछले साल जुलाई में धोखाधड़ी का खुलासा किया था और इस संबंध में कई लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि मुख्य आरोपी पटेल फरार था।
हालांकि उसके सामने नहीं आने पर विभाग ने उसकी संपत्ति को जब्त कर लिया था। साथ ही अदालत ने उनके खिलाफ समन जारी किया था, जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया था। जीएसटी विभाग ने कहा कि व्यवसायी 20 फरवरी, 2022 को गिरफ्तार करने के पहले प्रयास के दौरान भाग गया था। इसके बाद विभाग ने एटीएस से संपर्क किया, जिसने उसे अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया।
छापेमारी में दस्तावेज जब्त किए
पिछले साल माधव कॉपर लिमिटेड कंपनी के परिसरों, कार्यालयों और उसके निदेशकों के आवासों पर की गई छापेमारी में राज्य जीएसटी ने डिजिटल डेटा सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए थे। सुप्रीम कोर्ट ने 11 फरवरी, 2022 को पटेल की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उन्हें गिरफ्तारी से एक हफ्ते की सुरक्षा प्रदान की थी।