पुलिस ने 10 अलग-अलग मुद्दों के आधार पर 5 दिन के रिमांड की मांग की थी

5 दिन के रिमांड की मांग की थी

Update: 2023-09-02 10:22 GMT
अपने आप को इसरो के साथ जुड़े होने का दावा कर चंद्रयान-3 की डिजाइन का श्रेय लेने की कोशिश करने वाले मितुल त्रिवेदी को बुधवार को क्राइम ब्रांच ने इंचार्ज कोर्ट के समक्ष पेश किया और 10 अलग-अलग मुद्दों के आधार पर 5 दिन के रिमांड की मांग की। जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को 2 दिन की रिमांड दी है।
इस प्रकरण में सरकार की तरफ से एपीपी केतन गामीत ने दलील की। उन्होंने कहा कि आरोपी ने इसरो के नाम पर किसी से ठगी की है या आर्थिक लाभ लिया है या नहीं, इस बारे में जांच करना आवश्यक है। इसके अलावा इसरो की जानकारी देश विरोधी तत्वों को दी है या नहीं इस बारे में भी पुलिस जांच करेगी।
अपने विजिटिंग कार्ड में भी डिग्री के साथ साइंटिस्ट होने का दावा किया था।
अपने विजिटिंग कार्ड में भी डिग्री के साथ साइंटिस्ट होने का दावा किया था।
बचाव पक्ष अधिवक्ता उर्मिला बारोट में दलील की थी कि आरोपी 24 घंटे से पुलिस कस्टडी में है और सभी जानकारी पुलिस को दे चुका है। जिसके बाद रिमाइंड की कोई जरूरत नहीं है। दोनों तरफ की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने दो दिन की रिमांड पुलिस को दी है।
स्पेस रिसर्च मेंबर चयन के फर्जी पत्र मिले
आरोपी खुद इसरो का सदस्य बना नहीं था, बावजूद इसके 26 फरवरी 2020 को असिस्टेंट मैनेजर की सिलेक्शन पत्र तथा 2013 में इसरो की आगामी प्रोजेक्ट मर्सरी कोर्स इन स्पेस रिसर्च मेंबर का चयन के फर्जी पत्र उसके पास से मिले हैं।
विजिटिंग कार्ड में साइंटिस्ट होने का दावा
आरोपी के घर की तलाशी के दौरान इसरो एनेस्ट साइंस एप्लीकेशन डिपार्टमेंट के असिस्टेंट मैनेजर का पत्र का कलर जेरॉक्स भी बरामद किया गया है। वह पत्र आरोपी को किसने दिया है इस बारे में भी जांच करनी है।
बता दें कि आरोपी मितुल त्रिवेदी के पास कैंब्रिज यूनिवर्सिटी का सर्टिफिकेट भी था। इसके अलावा अपने विजिटिंग कार्ड में भी डिग्री के साथ साइंटिस्ट होने का दावा किया था।
Tags:    

Similar News

-->