खत्म हुआ गुजरात का सालंगपुर मंदिर विवाद, हटाई गई तस्वीर

हटाई गई तस्वीर

Update: 2023-09-05 10:10 GMT
गुजरात के सालंगपुर के प्रसिद्ध सालंगपुर मंदिर में बनाए गए एक भित्ति चित्र पर विवाद पैदा होने के बाद विवादास्पद भित्ति चित्रों को कल देर रात हटा दिया गया. विवादित भित्तिचित्रों को लेकर सनातन धर्म के कई साधु-संतों ने अपना विरोध जताया था. इसमें हनुमान जी की प्रतिमा के बेस पर उकेरी गई थी. आकृति में हनुमान जी को सहजानंद स्वामी के भक्त के रूप में दिखाया गया था. इसका कुछ संतों ने इसे हनुमान जी का अपमान बताया था और इसका कड़ा विरोध किया था.
संतों ने स्वामी नारायण संप्रदाय के प्रबंधन से शिकायत की गई थी और विरोध कर रहे संतों ने आकृति को तुरंत हटाने की मांग की थी. सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने बैठक की. यह बैठक शिवानंद आश्रम में हुई.
बैठक में हिंदू संतों और चैतन्य शंभू महाराज ने हिस्सा लिया था. इसमें स्वामी नारायण संप्रदाय के प्रमुख लोग मौजूद थे. इस बैठक में विवादास्पद भित्तिचित्र हटाने पर सहमति बनी. बैठक में सहमति के बाद भित्तिचित्र हटा दिया गया.
इसके अलावा जिन अन्य मुद्दों पर मतभेद है, उन्हें खत्म करने के लिए एक समिति बनाने पर फैसला लिया गया, जिसमें सनातनी संतों की आपत्तियों पर विचार करने की बात कही गई है.
हनुमान जी के भित्तिचित्र को लेकर पैदा हुआ था विवाद
हालांकि, विवादित भित्तिचित्रों को हटाने की पूरी प्रक्रिया के दौरान मीडिया कर्मियों को सालंगपुर परिसर से हटा दिया गया था. बता दें कि पिछले कुछ समय से सालंगपुर में हनुमानजी के भित्तिचित्र को लेकर विवाद चल रहा था.
बता दें कि इस विवाद का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने के लिए कई प्रयास किये गये थे, जिसमें गांधीनगर में सीएम भूपेन्द्र पटेल, गृह राज्य मंत्री और वडताल स्वामीनारायण संप्रदाय के संतों के बीच बैठक हुई थी. डॉ वल्लभ स्वामी के नेतृत्व में सीएम के साथ बैठक के बाद यह आश्वासन दिया गया कि कुछ ही घंटों में विवाद का सौहार्दपूर्ण समाधान हो जाएगा.
बैठक के बाद विवादित भित्ति चित्र को कुल्हाड़ी से तोड़ डाला गया और उस पर काला पेंट कर दिया गया. इस विवादित भित्ति चित्र के हटाने के बाद इस पर लंबे समय से चल रहा विवाद अब शांत हो गया है.
जानें क्या था सालंगपुर धाम विवाद
बता दें कि गुजरात के सालंगपुर के प्रसिद्ध सालंगपुर मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के बेस पर उकेरी गई आकृति पर विवाद हो गया था. इसमें एक आकृति में हनुमान जी को सहजानंद स्वामी के भक्त के रूप में दिखाया गया था.
सहजानंद स्वामी को हनुमान जी का भक्त दिखाये जाने के बाद विवाद पैदा हो गया था और उसका जबदस्त विरोध हो रहा था. साधु-संतों के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद भी इस विवादित भत्तिचित्र का विरोध कर रहा था. उसके बाद इसे लेकर राजनीतिक स्तर भी बैठकें हुईं और उसके बाद अंत में इसका समाधान निकाल लिया गया.
बता दें कि सालंगपुर मंदिर का स्वामी नारायण संप्रदाय सालंगपुर धाम का प्रबंधन करता है और भत्तिचित्र बनाये जाने से यह मंदिर और संप्रदाय विवादों से घिर गया था और अब यह विवाद शांत हो गया है.
Tags:    

Similar News

-->