Gujarat: भारी बारिश के चलते निचले इलाके जलमग्न, 3 लोगों की मौत

Update: 2024-08-26 16:53 GMT
Gujarat गुजरात: गुजरात के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश हुई जिससे निचले इलाके जलमग्न हो गए और वर्षाजनित घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई तथा सात अन्य लापता हो गए। सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार सुबह तक राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ ही कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है जिसके बाद प्रशासन ने कमर कस ली है। मुख्यमंत्री
भूपेंद्र
पटेल ने मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए सभी प्रमुख शहरों के जिला Collector, Police अधीक्षकों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की। राज्य शिक्षा विभाग ने मंगलवार को राज्य भर के प्राथमिक विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है।
मोरबी जिले के हलवद तालुका में एक पुल से गुजरते समय एक ट्रॉली ट्रैक्टर के बह जाने से सात लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ और एसडीआरएफ) के लगभग 20 घंटे के तलाशी अभियान के बावजूद उनका पता नहीं चल सका। साबरकांठा जिले में कटवाड़ गांव के पास एक कार पानी के तेज बहाव में बह गई, जिसमें दो लोग सवार थे। स्थानीय लोगों की सूचना पर दमकल कर्मियों ने उन्हें बचा लिया।
भारी बारिश के बीच छोटा उदयपुर जिले में भारज नदी में पानी के तेज बहाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर एक पुल का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। छोटा उदयपुर के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने कहा, “भारी बारिश के कारण भारज नदी में पानी का प्रवाह बढ़ गया, जिससे स्तंभ संख्या तीन के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया।” वडोदरा, आणंद, खेड़ा और पंचमहल जिलों में सोमवार को बहुत भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों और
अंडरपास
में जलभराव हो गया और कई लोग फंस गए। राज्य राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया, “पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि इस मौसम में अब तक मरने वालों की कुल संख्या 99 हो गई है।”
पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री पटेल ने मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए सभी प्रमुख शहरों के जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों, जिला विकास अधिकारियों (DDO) और नगर आयुक्तों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की। पटेल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, “माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमितभाई शाह ने गुजरात में भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति का ब्योरा लेने के लिए आज मुझसे टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया है, जिसमें जरूरत पड़ने पर राज्य में राहत एवं बचाव तथा आपदा प्रबंधन के लिए केंद्रीय बलों से और मदद भेजना शामिल है।” पांडे ने कहा कि आईएमडी द्वारा जारी रेड अलर्ट के मद्देनजर सभी कलेक्टर को अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण गुजरात में इस मौसम की औसत वार्षिक वर्षा की 105 प्रतिशत और कच्छ में 95.8 फीसदी बारिश हो चुकी है, जबकि मध्य, उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र में क्रमशः 77 प्रतिशत, 70.74 फीसदी और 91 प्रतिशत बारिश हुई है। पांडे ने कहा, “एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तटरक्षक बल की मदद से अब तक 1,653 लोगों को बचाया गया है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर अब तक 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।” राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, आनंद में बोरसाद तालुका में 268 मिमी बारिश हुई, इसके बाद वडोदरा जिले के वडोदरा तालुका में 262 मिमी और खेड़ा जिले की नाडियाड तालुका में 232 मिमी बारिश हुई।
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