गुजरात: हनुमानजी की सबसे ऊंची प्रतिमा ने नीचे लगी अपमानजनक पेंटिंग्स, वकील ने मंदिर ट्रस्ट को भेजा नोटिस

अपमानजनक पेंटिंग्स, वकील ने मंदिर ट्रस्ट को भेजा नोटिस

Update: 2023-08-31 12:26 GMT
गुजरात: के बोटाद में बने हनुमानजी की सबसे ऊंची प्रतिमा के नीचे लगी पेटिंग्स को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. गुरुवार को राजकोट के वकील रवि राठौड़ की ओर से मंदिर ट्रस्ट को नोटिस दिया गया है. नोटिस में प्रतिमा के नीचे लगी उस पेंटिंग्स को हटाने की मांग की गई है जिसमें हनुमान जी को स्वामीनारायण संप्रदाय के स्वामी के आगे झुकते हुए दिखाया गया है. वकील ने इसे हिंदू देवी-देवताओं का अपमान बताया है और जल्द से जल्द ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
वकील की ओर से यह नोटिस मंदिर ट्रस्ट के साथ-साथ सालंगपुर मंदिर, स्वामीनारायण मंदिर कुंडलधाम, बीएपीएस मंदिर कलावड रोड, स्वामीनारायण मंदिर वडताल, पोइचा समेत अन्य मंदिरों को भी जारी किया गया है. कुछ दिन पहले मोरारी बापू ने सालंगपुर में अपनी कथा के दौरान हनुमानजी की पेंटिंग्स को लेकर मचे विवाद पर टिप्पणी की थी. उन्होंने पेंटिंग्स को लेकर शांत बैठे लोगों से चुप्पी तोड़ने की अपील की थी. उनके साथ-साथ सनातन धर्म के कई साधु-संतों ने भी इसे हनुमानजी का अपमान बताते हुए विरोध जाहिर किया था.
हालांकि, विरोध और इस मुद्दे पर विवाद गहराते देख मंदिर प्रशासन ने पेंटिंग्स को पीले कपड़े के ढंककर विवाद को खत्म करने की कोशिश की है, लेकिन ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि इससे मामला शांत होने वाला है. राज्य के साधु-संतों ने पेंटिंग्स को सनातन हिंदू धर्म का अपमान बताते हुए ट्रस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. दूसरी ओर से इस पूरे मामले को लेकर सीहोर थाने में एक शिकायत भी दर्ज कराई है.
कल्पवृक्ष स्वामी ने विवाद को अनर्थक बताया
दूसरी ओर से पेंटिंग्स को लेकर जारी विवाद के बीच संगठन के कल्पवृक्ष स्वामी का बड़ा बयान भी सामने आया. जिसमें उन्होंने हनुमानजी की पेंटिंग्स के मुद्दे पर अनर्थ दिखाने वालों पर सवाल उठाया है. कल्पवृक्ष स्वामी ने कहा है कि हनुमानजी द्वारा भगवान और उनके माता-पिता के दर्शन में क्या गलता है. उन्होंने इस पूरे विरोध को निरर्थक भी बताया है.
शेरनाथ बापू ने कहा- यह आस्था को ठेस पहुंचानी वाली बात है
वहीं, सालंगपुर में विवादित तस्वीर पर जूनागढ़ के गोरखनाथ आश्रम के शेरनाथ बापू का भी बयान सामने आया था. उन्होंन कहा था कि यह श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचानी वाली बात है. विवाद न बढ़े इसके लिए उचित निर्णय लिया जाना चाहिए. ऐसी अनुचित घटना के लिए माफी मांगनी चाहिए और इसकी पुनरावृत्ति न हो इसका ध्यान रखना चाहिए. कच्छ के एकलधाम के महंत योगी देवनात बापू ने भी इस मामले मे अपना विरोध दर्ज कराते हुए हनुमानजी का अपमान करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है.
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