कोरोना का बड़ा विस्फोट: गुजरात में कोविड गाइडलाइन पर सख्ती, फिर से पाबंदियां लागू
गुजरात में रोजाना कोरोना संक्रमण अपना विकराल रूप लेता जा रहा है।
अहमदाबाद, गुजरात में रोजाना कोरोना संक्रमण अपना विकराल रूप लेता जा रहा है। करीब 9 महीने बाद एक बार फिर सरकार ने कोरोना गाइडलाइन पर सख्ती बरतते हुए फिर से पाबंदियां लागू कर दी है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कुछ अधिकारियों के साथ महामारी की स्थिति पर समीक्षा की तथा नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की। राज्य में अब रात्रि कर्फ्यू 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक कर दिया गया हैं। शापिंग माल, मल्टीप्लेक्स, बाग-बगीचे तथा सार्वजनिक राजनीतिक व धार्मिक समारोह के लिए भी प्रतिबंध जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि 1 से 7 जनवरी में गुजरात में कोरोना का बड़ा विस्फोट हुआ है।1 जनवरी को राज्य में 1069 केस आए थे जो 7 जनवरी को बढ़कर 5396 तक पहुंच गये।
बीते 24 घंटे में साढ़े पांच हजार केस
सरकारी दफ्तरों में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा जो कोरोना की दोनों डोज ले चुके हैं। शुक्रवार को प्रदेश में 5396 केस दर्ज हुए इनमें से अहमदाबाद में 2311 केस है जो सबसे अधिक है। सूरत में 1452 केस दर्ज हुई राज्य में कोरोनावायरस 10,128 लोगों की मौत हो चुकी है। हर दिन कोरोना संक्रमण के मामले पिछले दिन के मुकाबले 1000 से 1200 संख्या में बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को पिछले 24 घंटे में प्रदेश में साढ़े पांच हजार केस सामने आए। इनमें अकेले अहमदाबाद में 2,000 से अधिक केस दर्ज हुए।
प्रदेश के आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक
राज्य में अब तक कोरोना के 850252 केस सामने आ चुके हैं जिनमें से 821541 स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 18583 का उपचार चल रहा है। 1 से 7 जनवरी में गुजरात में कोरोना का बड़ा विस्फोट हुआ है। 1 जनवरी 2021 को राज्य में 1069 केस आए थे जो 7 जनवरी को बढ़कर 5396 पहुंच गये हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश के आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इनमें सभी जिला कलेक्टर महानगरपालिका के आयुक्त तथा स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी शामिल हुए।
भयभीत होने की जरूरत नहीं
कोरोना संक्रमण से निपटने और लोगों की रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने के लिए 10 जनवरी से महानगरों अन्य छोटे शहरों के साथ जिलों में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिदिन 2000 किलो कांटा पाउडर पहुंचाया जाएगा। सरकार ने कहा है कि कोरोना के नए वैरीएंट ओमिक्रोन को लेकर भयभीत होने की जरूरत नहीं है अधिकांश मरीजों का उपचार घर पर रखकर ही किया जा रहा है। सरकार ने होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों की विशेष देखभाल की व्यवस्था की है।