राजकोट. गुजरात के अमरेली जिले में एशियाई शेरों के लिए संरक्षित मितियाळा वन्य जीव अभ्यारण्य के पास लापाला पहाड़ी के 230 हेक्टेयर क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर अचानक आग लग गई। शनिवार दोपहर तक आग को काबू में पाने की कोशिश जारी रही।
आग इतनी जबरदस्त थी कि अमरेली जिले के दमकल विभाग समेत 300 वनकर्मियों का काफिला आग बुझाने पहुंचा था। जिला कलक्टर गौरांग मकवाणा, वन विभाग के अधिकारी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। कुछ इलाकों में अभी भी आग लगी हुई है और इसे काबू में लेने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। उधर वन विभाग ने दावा किया है कि वन्य क्षेत्र में आग नहीं लगी है। इसमें एशियाई शेर या अन्य किसी जंगली जानवर की मौत की अब तक कोई खबर नहीं हैं। इस इलाके में अगले तीन दिनों तक छानबीन की जाएगी।
बताया जाता है कि अमरेली जिले के मितियाळा वन्य जीव अभ्यारण्य के पास राजस्व इलाके में खांभा के समीप लापाला डुंगर (पहाड़ी) पर आग लग गई। जो करीब 230 हेक्टेयर क्षेत्र तक फैल गई। मितियाळा वन्य जीव अभ्यारण्य एशियाई शेरों के लिए संरक्षित है। अधिकारियों के मुताबिक संरक्षित क्षेत्र में फैलने और शेरों व अन्य वन्य जीवों को प्रभावित करने के पहले ही अधिकांश क्षेत्र में आग को नियंत्रण में लिया गया। आग को करीब 300 वन्य कर्मियों, 10 फायर टेंन्डर व 40 अग्निशमन कर्मियों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि अभी भी कुछ इलाकों में आग लगी हुई है जिसे बुझाने का काम जारी है। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
राजस्व क्षेत्र में लगी आग
मितियाळा वन रेंज इस इलाके के निकट है जो आग से सुरक्षित रहा। इस अलाके में आग लगने की घटनाएं सामान्य नहीं है। इन इलाकों में आग लगने पर शेर जंगल के भीतरी हिस्से में चले जाते हैं। ३०० वन्यकर्मियों में गिर (पूर्व), शेत्रुंजय और अमरेली सामाजिक वनीकरण रेंज के कर्मी शामिल थे। धारी गिर पूर्व के उपवन संरक्षक (डीसीएफ) राजदीप ङ्क्षसह झाला ने बताया कि आग राजस्व क्षेत्र में लगी है। इसके समीप ही मितियाळा वन्य जीव अभ्यारणय है। वन विभाग की टीम घटनास्थल पर जुटी है। किसी वन्य जीव की हानि की खबर नहीं मिली है।