पणजी,(आईएएनएस)| भाजपा की गोवा इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेत तनावडे ने सोमवार को कहा कि उनमें कर्नाटक मीडिया को यह बताने की हिम्मत है कि राज्य सरकार महादेई नदी के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी। तनावडे ने यह बात तब कही, जब उनसे गोवा के भाजपा नेताओं द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के बारे में पूछा गया।
उन्होंने कहा, भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है, हमारे पास एक प्रणाली है। गोवा में विधानसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक से हमारे 'कार्यकर्ता' यहां आए थे। यहां तक कि हम महाराष्ट्र भी जाते हैं और चुनाव में अपनी पार्टी की मदद करते हैं। हम पड़ोसी राज्यों में जाते हैं।
उन्होंने कहा, जब हम ये जिम्मेदारियां लेते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम महादेई से समझौता करेंगे।
तनावड़े ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी हालत में महादेई मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी।
तनावडे ने कहा, महादेई पर गोवा सरकार कोई समझौता नहीं करेगी, जो भी कानूनी लड़ाई लड़नी है, हम लड़ेंगे।
उन्होंने यह भी कहा, यहां तक कि जब हम वहां जाते हैं, अगर कर्नाटक मीडिया महादेई मुद्दे पर हमसे (गोवा भाजपा नेताओं) सवाल करता है, तो हम बयान देंगे कि सरकार इस मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी, हमारे पास (बयान देने के लिए) हिम्मत है।
मार्च के दूसरे हफ्ते में प्रमोद सावंत ने अपनी पार्टी के लिए कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कन्नड़ भाषा में कुछ पंक्तियां बोली थीं। उन्होंने कहा था 'स्वल्पा स्वल्पा कन्नड़ मथदेने' (मैं कन्नड़ में कम बोल सकता हूं)।
कन्नड़ में उनके भाषण के बाद गोवा में विपक्षी दलों ने कर्नाटक में प्रचार करने के लिए सावंत की आलोचना की थी, यह कहते हुए कि पड़ोसी राज्य ने कथित तौर पर महादेई नदी के पानी को मोड़ दिया और वह अभी भी प्रचार करके उनका समर्थन कर रहे हैं।
जनवरी में बेलगावी में एक रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था : आज, मैं यहां आपको बता रहा हूं कि केंद्र में भाजपा ने महादेई को लेकर गोवा और कर्नाटक के बीच लंबे विवाद को सुलझा लिया है और महादेई को मोड़ने की अनुमति दी है। कर्नाटक कई जिलों के किसानों की प्यास बुझाएगा।
गोवा और कर्नाटक इस समय एक केंद्रीय न्यायाधिकरण में महादेई नदी के पानी को लेकर कलासा-बंडूरी बांध परियोजना विवाद से जूझ रहे हैं।
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