पणजी, (आईएएनएस)| केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में 'पसंदीदा सुरक्षा भागीदार' (प्रिफर्ड सिक्योरिटी पार्टनर) के रूप में देश की स्थिति को मजबूत किया है। सोमवार दोपहर को गोवा पहुंचे राजनाथ सिंह ने भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत पर आयोजित नौसेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान नौसेना की परिचालन क्षमताओं की समीक्षा की।
राजनाथ सिंह ने साहस और समर्पण के साथ मजबूती से खड़े रहने और राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए नौसेना की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में 'पसंदीदा सुरक्षा भागीदार' के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत किया है। उन्होंने सामाजिक और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षित सीमाओं को पहली जरूरत बताया।
उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र एक प्रमुख डिमांडा क्रिएटर के रूप में उभरा है, जो अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है और देश के विकास को सुनिश्चित कर रहा है। अगले 5 से 10 सालों में रक्षा क्षेत्र के माध्यम से 100 बिलियन डॉलर से अधिक के ऑर्डर दिए जाने की उम्मीद है और यह देश के आर्थिक विकास में एक प्रमुख भागीदार बन जाएगा।
आज, हमारा रक्षा क्षेत्र रनवे पर है। जल्द ही जब यह उड़ान भरेगा, तो यह देश की अर्थव्यवस्था को बदल देगा। राजनाथ सिंह ने 'आत्मनिर्भर भारत' विजन के अनुरूप जहाजों और पनडुब्बियों को शामिल करने और विशिष्ट प्रौद्योगिकियों के विकास के माध्यम से स्वदेशीकरण और इनोवेशन में सबसे आगे रहने के लिए नौसेना की सराहना की।
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