कांग्रेसी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंंह राणे को भाजपा सरकार ने दिया आजीवन कैबिनेट का दर्जा
गोवा में फरवरी-मार्च के महीने विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं.
गोवा में फरवरी-मार्च के महीने विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इससे पूर्व गोवा की बीजेपी सरकार ने बुधवार को एक अहम फैसला लिया है. गोवा की प्रमोद सांवत सरकार ने कांग्रेसी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंंह राणे को गोवा सरकार में आजीवन कैबिनेट का दर्जा दिया है. राणे ने हाल ही एक विधायक के तौर पर 50 साल पूरे किए हैं.
राणे की सेवाओं को देखते हुए उन्हें सम्मान : मुख्यमंत्री सांवत
कांग्रेस के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रमोद सिंंह राणे को गोवा सरकार की तरफ से आजीवन कैबिनेट का दर्जा दिए जाने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि तटीय राज्य में उनकी सेवा के लिए उन्हें आजीवन कैबिनेट का दर्जा दिया गया है. मुख्यमंत्री सांवत ने कहा कि सम्मान देने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि राणे ने मौजूदा कार्यकाल के दौरान गोवा विधानसभा में विधायक के रूप में 50 साल पूरे कर लिए हैं.
सबसे अधिक 16 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहें हैं राणे
कांग्रेसी विधायक प्रताप सिंंह राणे गोवा के सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 87 वर्षीय विधायक प्रताप सिंंह राणा 16 वर्ष तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे हैं. उनके पास 2007 तक विभिन्न अवसरों पर कई कार्यकाल रहे.
सम्मान के लिए राणे के बेटे ने मुख्यमंत्री को कहा धन्यवाद
विधायक प्रताप सिंंह राणे को गोवा में आजीवन कैबिनेट का दर्जा दिए जाने के बाद राणा के बेटे विश्वजीत ने मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत का आभार जताया है. विश्वजीत ने ट्विटर पर कहा कि वह अपने पिता प्रतापसिंह रावजी राणे को आजीवन कैबिनेट का दर्जा देने के लिए माननीय मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट का आभारी हूं. मुख्यमंत्री, अध्यक्ष और विधायक के रूप में उनकी 50 साल की सार्वजनिक सेवा का सम्मान करने का इससे बड़ा कोई तरीका नहीं हो सकता. उन्होंंने आगे कहा है कि यह एक बहुत ही खास तरीका है. उन्होंने कहा कि मेरे पिता को यह सम्मान देने के लिए वह माननीय मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं. सत्तारी और उसगांव के लोगों की ओर से भी वह माननीय मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट का आभार व्यक्त करते हैं.
चुनाव से पहले बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक मना जा रहा है फैसला
गोवा में फरवरी -मार्च में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इससे पूर्व बीजेपी सरकार ने कांग्रेसी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री को आजीवन कैबिनेट का दर्जा दिया है. जिसे राजनीतिक विश्लेषक बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक मान रहे हैं. असल में बीते चुनाव में भी राज्य में कांग्रेस को अधिक सीटें मिली थी, लेकिन बीजेपी दूसरी प्रमुख पार्टी होने के बाद भी सरकार बनाने में सफल रही थी. ऐसे में बीजेपी सरकार के यह फैसला आम जन के साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी पंसद आया है.