पणजी, (आईएएनएस)| हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने सोमवार को कहा कि एक अच्छा राजनेता बनने या किसी अन्य पेशे में अच्छा होने के लिए पहले मूल रूप से एक अच्छा इंसान होना जरूरी है। गोवा में विधानमंडल दिवस समारोह के दौरान राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि अगर कोई अच्छा राजनेता बनना चाहता है, तो उसे मूल रूप से पहले एक अच्छा इंसान बनना चाहिए। न केवल राजनेता, बल्कि डॉक्टर या चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) को भी पहले एक अच्छा इंसान बनने की जरूरत है।
उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों को उनकी प्रगति के लिए विधानसभा की सभी प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक साधनों को सीखने की सलाह दी। उन्होंने आगे कहा, हर कोई अपने पेशे में ट्रेनिंग लेता है, चाहे वह सीए हों या फिर डॉक्टर हों। लेकिन एक गलतफहमी है कि विधायकों को ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है। हमें इस गलतफहमी को मिटाने और सीखने एवं अध्ययन करने की जरूरत है।
उन्होंने विधायकों को सलाह दी कि वे विधानसभा सत्रों में पूर्व विधायकों के द्वारा दिए गए भाषणों को सुनें और पढ़ें। इससे उन्हें विधानसभा सत्र के दौरान मुद्दों को रखने में मदद मिलेगी। राज्यपाल ने कहा, विधानसभा में मुद्दों को कैसे रखा जाए, इसके लिए ट्रेनिंग की जरूरत है। कुछ लोग पढ़कर और अन्य चीजें सीखते हैं, लेकिन कुछ को ट्रेनिंग की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा, मैं सभी विधायकों से अपील करता हूं कि वे जिस मुद्दे को उठाना चाहते हैं उसका अध्ययन करें और उसके बाद ही आगे बढ़ें। अर्लेकर ने यह भी कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को इस बात पर विचार करना चाहिए कि लोगों ने उन्हें क्यों चुना है। उन्होंने कहा, इस बारे में न सोचें कि आप कैसे चुने गए हैं, बल्कि यह सोचें कि आप क्यों चुने गए हैं। यह सोचने की जरूरत है कि लोगों ने आपको क्यों चुना है। अगर हमें इसका जवाब मिल जाए, तो सभी मुद्दे हल हो जाएंगे।
--आईएएनएस