ओमिक्रॉन वैरिएंट सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग दिल्ली की बजाए रोहतक में होगी, कल आएगी पहली रिपोर्ट

Update: 2022-01-05 11:13 GMT

कोरोना के ओमिक्रान वैरिएंट की पहचान करने वाली जीनोम सीक्वेंसिंग लैब हरियाणा में एमडीयू रोहतक में खुल गई है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए करीब 92 ओमिक्रॉन वैरिएंट के सैंपलों की जांच प्रकिया भी शुरू हो चुकी है। यह सैंपल करीब चार दिन पहले पीजीआई रोहतक ने लैब में भेजे थे। पहली कोरोना ओमिक्रान वैरिएंट सैंपल की जांच रिपोर्ट गुरुवार को आने की उम्मीद है।

रिपोर्ट लैब से पीजीआई आएगी और फिर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के पास आएगी, जहां से इसे रिलीज किया जाएगा। इस तरह अब हरियाणा में ओमिक्रॉन वैरिएंट सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग दिल्ली की बजाए रोहतक में होगी। मंगलवार को हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 1 करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से राशि मंजूर की थी।

एक बार में 80 से 100 सैंपल

जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में एक बार में 80 से 100 सैंपल जांचे जा सकते हैं। सैंपलिंग की प्रकिया 72 से 92 घंटे में पूरी होगी। लैब में रिसर्च पर एमडीयू विभाग के बायो टेक्नीकल विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर और करीब दो रिसर्च स्कॉलर लगे हुए हैं। इसके लिए अभी टेक्निशियन, लैब अटेंडेंट आदि स्थाई स्टाफ नहीं है।

हरियाणा में अभी तक 4036 एक्टिव केस

पूरे हरियाणा की बात करें तो इस समय प्रदेश में कोरोना के कुल 4036 एक्टिव केस है। इनमें से 2743 मरीज होम आइसोलेशन में है। सोमवार और मंगलवार को दम तोड़ने वाले मरीजों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना की वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा 10066 तक पहुंच गया है।

Tags:    

Similar News

-->