बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में ईओयू की बड़ी कार्रवाई
बड़ी कार्रवाई
पटना/गया. बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले (BPSC PT Paper Leak) में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है. जांच के दौरान ईओयू (EOU) की टीम को इस बात की जानकारी मिली कि गया (Gaya) के डेल्हा के राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के प्राचार्य की इस पूरे मामले में अहम भूमिका है. इसके बाद जांच टीम ने आरोपी प्राचार्य और केंद्र अधीक्षक शक्ति कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में शक्ति कुमार ने माना कि उसी ने बीपीएससी का पेपर सी सेट का प्रश्न पत्र अपने मोबाइल से स्कैन कर उसे आगे फॉरवर्ड किया था.
ईओयू के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है कि बीपीएससी पेपर लीक मामले में अप्राथमिकी अभियुक्त शक्ति कुमार, केंद्र अधीक्षक, राम शरण सिंह इविनिंग कॉलेज, डेल्हा, गया को गिरफ्तार किया गया है. शक्ति कुमार के द्वारा स्वीकार किया गया है कि उन्होंने Doc Scanner Mobile App के माध्यम से बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र 'C Set' स्कैन कर कपिल देव नाम के व्यक्ति को व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा था और प्रश्न पत्र लीक किया था.
सबसे हैरानी की बात यह है कि शक्ति कुमार गया के डेल्हा के जिस राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल और केंद्र अधीक्षक हैं उसकी वर्ष 2018 में ही संबद्धता (एफीलिएशन) रद्द कर दी गयी थी. लेकिन इसके बावजूद बीते चार साल से इस कॉलेज में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के सेंटर बनाए जा रहे थे. बीपीएससी ने किन परिस्थितियों में इस कॉलेज में सेंटर बनाया आर्थिक अपराध इकाई की टीम इस मामले की भी जांच कर रही है.