Bilaspur. बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। शनिवार को फिर एक युवक ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने पर गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर ने युवक को इंजेक्शन लगाया था, जिससे उसकी हालत और खराब हुई और कुछ देर में उसकी मौत हो गई। सिर्फ बिलासपुर में ही महीनेभर में 4 बच्चों समेत 6 लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा मामला मामला रतनपुर के खैरा गांव का है। मृतक का नाम श्रीकुमार आर्मो है जिसे कुमार सिंह राजपूत ने इंजेक्शन लगाई थी। इंजेक्शन के बाद तबीयत ठीक होने का दावा भी किया था, लेकिन युवक की जान नहीं बच सकी। मृतक श्रीकुमार के चाचा ने बताया कि उसका भतीजा बीमार था। शुक्रवार की सुबह उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। गांव में क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर कुमार सिंह राजपूत को बुलाया।
सुबह करीब 5 बजे वह घर आया उसने जांच के बाद एक इंजेक्शन लगाई। चाचा ने बताया कि इंजेक्शन लगाने के बाद श्रीकुमार की तबीयत और बिगड़ गई वह पसीना-पसीना हो गया। उसकी हालत देखकर परेशान परिजन इलाज के लिए रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, लेकिन युवक ने वहां दम तोड़ दिया। मृतक के चाचा ने बताया कि झोलाछाप कुमार सिंह राजपूत परसदा का रहने वाला है। खैरा गांव में क्लीनिक चलाता है। वहीं, गांव में एक दूसरा झोलाछाप डॉक्टर भी है। पहले परिजनों ने उसे ही बुलाया था, लेकिन वह नहीं आया, जिस पर कुमार सिंह से इलाज कराना पड़ा।
गुरुवार को भी झोलाछाप डॉक्टर सत्यजीत गोलदार के इलाज से महिला की मौत हुई थी। इसके बाद से वह अपना क्लीनिक बंद कर गायब हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के साथ ही राजस्व विभाग के अफसर उसके गांव पहुंचे थे, लेकिन वह नहीं मिला। शुक्रवार को राजस्व अफसरों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची थी। सत्यजीत की मेडिकल स्टोर और क्लीनिक की जांच की गई जहां इलाज करने के साक्ष्य मिले। क्लीनिक में बॉटल, इंजेक्शन और दवाइयां मिली। जांच के बाद अफसरों ने क्लीनिक को सील कर दिया है। वहीं, महिला के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।