जांजगीर। राज्य स्तरीय युवा महोत्सव अंतर्गत "छत्तीसगढ़ लोक साहित्य सम्मेलन" का आयोजन 28 से 30 जनवरी तक शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर के प्रेक्षागृह में संपन्न हुआ। जांजगीर और सक्ती जिले के जिला समन्वयक संतोष कश्यप एवं रामनाथ साहू के साथ सुरेश पैगवार, प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी, राम नारायण प्रधान, आनंद पांडेय, सुखदेव प्रधान, संतोष प्रधान, यशवंत सूर्यवंशी "यश", उमाकांत टैगोर, लक्ष्मी करियारे एवं सूरज श्रीवास ने सहभागिता की। सम्मेलन के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र "छत्तीसगढ़ी के साहित्य के उन्नयन में युवाओं की भूमिका" एवं द्वितीय सत्र में "छत्तीसगढ़ी के आंचलिक साहित्य में युवाओं की भूमिका" शीर्षक पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य सम्मेलन के द्वितीय दिवस 29 जनवरी को प्रथम सत्र में "छत्तीसगढ़ी साहित्य एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया" शीर्षक पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार ने जीवन यदु राही ने एवं संचालन संजीव तिवारी ने किया। इस शीर्षक पर कुबेर सिंह साहू, डॉ. राजन यादव एवं डॉ. अशोक आकाश ने व्याख्यान दिया। प्रथम सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार जीवन यदु राही ने किया। द्वितीय सत्र में भी इसी शीर्षक पर पुनः चर्चा हुआ जिसमें वक्ता के रूप में ऋतुराज साहू, हितेश तिवारी एवं मधुमिता पाल ने अपने विचार रखे। इस सत्र की अध्यक्षता सरगुजा के आंचलिक साहित्यकार सुधीर पाठक ने किया।
छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मेलन के अंतिम दिवस 30 जनवरी को "छत्तीसगढ़ी कहानी" शीर्षक पर कहानी प्रस्तुतीकरण हुआ जिसमें जिले के रामनाथ साहू सहित प्रदेशभर के छत्तीसगढ़ी कहानीकारों ने अपनी कहानियां प्रस्तुत किया। द्वितीय सत्र में छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों का काव्य पाठ का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश भर के उपस्थित साहित्यकारों ने काव्य पाठ किया। सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार रामेश्वर वैष्णव ने किया। मंच पर वरिष्ठ साहित्यकार सुशील भोले, मीर अली मीर के साथ छत्तीसगढ़ राज भाषा आयोग के सचिव डॉ. अनिल भतपहरी मंचासीन थे। उपस्थित अतिथियों के द्वारा जिले के समस्त साहित्यकारों को प्रशस्ति पत्र एवं छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित तिमाही छत्तीसगढ़ी पत्रिका "सुरहुत्ती" प्रदान कर सम्मानित किया गया l डॉ. अनिल भतपहरी सचिव राजभाषा आयोग के नेतृत्व में आयोजित लोक साहित्य सम्मेलन में सभी जिले से जिला समन्वयक के साथ छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों ने सहभागिता किया। जांजगीर एवं सक्ती जिले से जिला समन्वयक संतोष कश्यप एवं रामनाथ साहू के साथ सुरेश पैगवार, प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी, राम नारायण प्रधान, आनंद पांडेय, सुखदेव प्रधान, संतोष प्रधान, यशवंत सूर्यवंशी "यश", उमाकांत टैगोर, लक्ष्मी करियारे एवं सूरज श्रीवास की गरिमामयी उपस्थिति रही ल जिले के साहित्यकारों के द्वारा लोक साहित्य सम्मेलन में सहभागिता करने पर "शील साहित्य परिषद जांजगीर" के सभी सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया है।