जवान होती बच्चियों पर पड़ रहा है पति-पत्नी के झगड़े का असर

Update: 2023-06-04 05:14 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ महिला राज्य आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक एवं सदस्य अर्चना उपाध्याय ने सृजन सभाकस (कलेक्टर कार्यालय) में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रस्तुत प्रकरणों पर जनसुनवाई की। छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक कि अध्यक्षता में प्रदेश स्तर की 178वीं एवं रायगढ़ जिले में 04 वीं सुनवाई हुई रायगढ़ जिले में आयोजित जन सुनवाई में कुल 37 प्रकरणों पर सुनवाई की गई।

आज की सुनवाई के दौरान आवेदिका एवं अनावेदक उपस्थित, आवेदिका ने बताया की सुलह नाम हो गया है। पिछले 01 वर्ष से एक साथ रहत है। अतः प्रकरण को समाप्त करना चहते हैं दुबारा शिकायत नहीं करेगें। आयोग ने प्रकरण को नस्तीबद्ध किया।

अन्य प्रकरण में उभयपक्ष उपस्थित दोनों पक्षों को आयोग के द्वारा समझाने की बहुत प्रयास किया गया लेकिन आवेदिका उसे संतुष्ट नहीं है। अनावेदक (ASI) अपने वेतन से 40000/- रूपये दे रहा है। उभयपक्ष अपने-अपने माता पिता और बच्चे को ले कर रायपुर आयोग कार्यालय में उपस्थित हो इस प्रकरण की सुनवाई 05 जुलाई 2023 को रखने का आयोग ने निर्देश दिया।

अन्य प्रकरण में दोनो पक्ष के उपर धारा 107/16 की कार्यवाही की जा चुकि है त आयोग ने प्रकरण नस्तीबद्ध किया।  अन्य प्रकरण में अनावेदक को निर्देशित किया गया था कि गजट नोटिफिकेशन पावती ले कर सुनवाई में उपस्थित हो लेकिन अनावेदक द्वारा संबंधित दस्तावेज ले कर नही आने पर आयोग द्वारा कहा गया नियमानुसार आवेदिका को चतुर्थ श्रेणी में भर्ती करने की पात्रता जिलाशिक्षा अधिकारी रायगढ़ को है तथा आवेदिका ने अनुरोध किया कि उसे श्रेणी में अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाये। अनावेदक पक्ष को आयोग ने निर्देशित किया जाता है कि आवेदिका के प्रकरण में विभागीय त्रुटी की वजह से दिल के आधार इस प्रकरण को विशेष मानते हुए आयोग अनुसंशा करती है कि प्रभाव से आवेदक को चतुर्थ श्रेणी नृत्य पद की नियुक्ति आदेश देकर आवेदक को उसकी मला के नियुक्ति प्रदान करें तथा आदेश की प्रति दिनांक 1406:2023 को महिला आयोग कार्यालय रायपुर में उपस्थित किया जाये जिसके आधार पर प्रकरण नस्तीबद्ध किया जायेगा।

अन्य प्रकरण में आवेदिका ने आयोग में दैहिक शोषण की प्रकरण दर्ज करायी थी जिसने आज सुनवाई के दौरान कहा कि दानों पर में सुलहनामा हो गया है एवं परिवार के लोग अनावेदक के साथ शादी कराना चाह रहे है। अतः आयोग ने प्रकरण नस्तीबद्ध किया। अन्य प्रकरण में उभयपक्ष उपस्थित थे पिछली सुनवाई में आयोग द्वारा दिये गये निर्देश का उकिया देवी नर्सिंग कॉलेज के संस्थापक के द्वारा पालन नहीं किया गया। न ही संस्थापक उपस्थित हुआ ऐसी दशा में आयोग द्वारा थाना पुसौर रायगढ़ के पुलिस निरीक्षक के माध्यम से रायपुर की अगली सुनवाई में उपस्थित कराने का निर्देश दिया गया। आज के सुनवाई में 04 प्रकरण को रायपुर सुनवाई हेतु ट्रान्सफर किया गया क्या 24 प्रकरणों को आयोग द्वारा नस्तीबद्ध किया गया।

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