ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव
कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को सरकार बनने पर नियमित करने का वादा किया गया था, परन्तु जल संसाधन विभाग सहित अन्य विभागों के अनियमित कर्मचारी जिसमें डाटा एंट्री आपरेटर एवं वाहन चालक सम्मिलित हैं उनके साथ धोखा किया गया। जिससे कर्मचारियों में नाराजगी है। मुख्यमंत्री वादा निभाते हुए अनियमित कर्मचारियों को नियमित करें। जनता में खुसर-फुसुर है कि सीएम अनियमित कर्मियों को कह रहे है कि एक हाथ दे और एक हाथ ले। यानी भरोसे का कर्मचारी, तो भरोसे की सरकार । जनता जनार्दन सबी पार्टियों को भला बांति समझती है, वादे तो बड़े-बड़े सभी करते है पूरा करें तो बात हैं। इसी बात पर गुलजार साहब की एक शेर फिट बैठती है...आदतन तुमने कर दिए वादे, आदतन हमने एतबार किया।
ताकि भरोसा बना रहे
गांधी जयंती पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी चुनाव अभियान समिति 2 अक्टूबर को कांग्रेस भरोसा यात्रा 90 विधानसभा में निकालने जा रही है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि कांग्रेस भरोसा यात्रा में थीम क्या होगा । कुछ लोग कह रहे है कि एक दूसरे पर भरोसा, तो कुछ लोग कह रहे है गांधी जी पर भरोसा तो पक्का भरोसा है। वहीं प्रदेश भर जितने भी भरोसा नाम वाले कार्यकर्ता है उन्हें यात्रा में विशेष रूप से बुलाया गया है। ताकि भरोसा बना रहे।
दीपक बनेगा मशाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज ने विधानसभा चुनाव को लेकर कहा, विधानसभा चुनाव लडऩे को तैयार हैं. हाईकमान कहे तो मैं चित्रकोट से चुनाव लड़ सकता हूं। चित्रकोट की जनता से मेरा आत्मीय संबंध है। वहां की जनता मुझे बहुत चाहती है। बैज ने कहा, पार्टी ने मुझे चित्रकोट से दो बार मौका दिया है। जनता ने भरपूर समर्थन दिया है। पार्टी ने मुझे विधायक और सांसद बनाया है। मैं हाईकमान के निर्देश पर चलने वाला कार्यकर्ता हूं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि दीपक अब मशाल बनने वाला है।
सबको खुश करने वाली भरोसे की सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेता अब कांग्रेस मुक्त भारत कहना वे लोग बंद कर चुके हैं। क्योंकि जनता के आशीर्वाद से चुनावी रण में कांग्रेस ने उन्हें छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और हिमाचल में धूल चटाई है। वे कांग्रेस और राहुल गांधी से डरते हैं। मध्यप्रदेश में तो चुनाव से पहले हार मान ली है । जनता में खुसुर-फुसुर है कि भूपेश बघेल तो भाजपा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान चला रहे है, दोनों पार्टी दिल्ली से ट्रक भर कर नेता बुलाए गए है ताकि भीड़ बनी रहे और शाह-मोदी खुश हो जाए। यही तो सबको खुश करने की परिवर्तन वाली और भरोसे की सरकार है।
दे दनादन एयरपोर्ट
माना एयरपोर्ट में पार्किंग ठेका खत्म होने के बाद भी रंगदारी चल रही है। ठेकेदारों ने बाहर से आने वाले टैक्सी-कैब चालकों से निपटने के लिए युवतियों को लगा रखा है। बाद में पूर्व ठेकेदार की महिला कर्मचारियों और एक तथाकथित ट्रेवल्स में काम करने वाली युवतियों के बीच झगड़ा हो गया। जो वायरल भी हो गया और गिरफ्तारी भी हो गई। जनता में खुसुर-फुसुर है कि इसका नाम विवेकानंद से बदलकर दे दनादन एयरपोर्ट रख देना चाहिए।
दोनों पार्टियों के नेताओं की पक रही है खिचड़ी
चुनाव के नजदीक आते ही धान खरीदी के मुद्दे पर भाजपा-कांग्रेस एक बार फिर आमने-सामने हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा नहीं चाहती है छत्तीसगढ़ के किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी हो। इसीलिए मोदी सरकार ने 86 लाख मीट्रिक टन चावल के कोटे को घटाकर 61 लाख कर दिया है। इस आरोप पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार का झूठ और प्रपंच सबके सामने आ चुका है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि दोनों ही दूध के धुले नहीं है। अपने स्वार्थ के लिए नूरा कुश्ती लड़ रहे है ताकि किसान को लगे कि हम सबसे बड़े हितैषी है, लेकिन अंदर ही अंदर दोनों पार्टियों के नेताओं की खिचड़ी पक रही है। लेकिन ये तो तय है कि जो किसान का सोचेगा, किसान उसके लिए सोचेगा?
चुनाव तक यही डेरा जमा लो
गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई बैठक में 69 सीटों के नामों पर सहमति बनने की खबर आई है। घोषणापत्र में किसान, युवा और महिलाओं पर विशेष जोर देने की तैयारी कर रही है। लगभग छह घंटे तक चली बैठक के दौरान उम्मीदवारों के चयन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छत्तीसगढ़ की आगामी यात्राओं पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी 30 सितंबर को बिलासपुर में और तीन अक्टूबर को जगदलपुर (बस्तर) में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि क्यों जनता का पैसा बर्बाद कर रहे है, चुनाव तक दोनों पार्टियों के नेताओं को यही रुकना चाहिए ताकि आना-जाना, खाना-खजाना का पैसा बच जाएगा जो विकास के काम आएगा।