जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस को आतंकवाद की जननी बताया तो छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पलटवार किया।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का पलटवार, इतिहास पलट कर देखे भाजपा
इसे लेकर टीएस सिंहदेव ने ट्वीट किया- इतिहास पलट कर देख लें, कांग्रेस के नेता स्वतंत्रता संग्राम के जनक रहे हैं। देश को जख्मी और नागरिकों को निरंतर प्रताड़ित तो भाजपा कर रही है। उसने कभी किसी आस्था का सम्मान तो किया नहीं है, बल्कि राष्ट्र के आत्मसम्मान को तार-तार जरूर किया है।
यूपी के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को आतंकवाद की जननी कहा
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया था-कांग्रेस देश में आतंकवाद की जननी है। देश को जख्म देने वाले लोगों को बर्दाश्त करने की आवश्यकता नहीं है। भाजपा है तो सभी का सम्मान है, आस्था का सम्मान है।
कांग्रेस नेता राज्य के चमचमाते स्कूल से लेकर महिलाओं के सशक्तिकरण और गोठान की मजबूत स्थिति को इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। कांग्रेस नेता बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार ने बेहतर काम किया है। कांग्रेस सांसद और विधायक विदेशों की तस्वीर पोस्ट करके उत्तर प्रदेश के विकास पर निशाना भी साथ रहे हैं। कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने विदेश की एक तस्वीर पोस्ट करके कहा, लखनऊ विधानसभा की खूबसूरत तस्वीर। इसे 1500 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है। दरसअल, उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित हुआ, जिसमें कोलकाता के फ्लाई ओवर की तस्वीर लगा दी गई। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया था-कांग्रेस देश में आतंकवाद की जननी है। देश को जख्म देने वाले लोगों को बर्दाश्त करने की आवश्यकता नहीं है। भाजपा है, तो सभी का सम्मान है, आस्था का सम्मान है। सिंहदेव ने एक और ट्वीट किया। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी के व्यक्तित्व और उनकी लोकप्रियता से इतनी चीढ़ थी कि संघ और भाजपा ने उनके हत्यारे को सिर माथे चढ़ा लिया।
गांधी के सत्य, अहिंसा और एकता की विचारधारा से इतना डर है कि झूठ, नफरत और सांप्रदायिकता की राजनीति को गले लगा लिया। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकाउंट से ट्वीट किया-बारिश गुजरात में हुई और छाता लखनऊ में तन गया। कांग्रेस को गाली देकर कुर्सी बचाने की जुगत में एक सत्ता भोगी जुटा है। देश के तो जख्म गांधी के सीने में गोडसे ने गोली मारकर दिया। गोडसे की परंपरा और विचारधारा हर बिच्छू का डंक देश की जनता खींचेगी।