स्थानीय बोली में लेखन करें - डॉ महंत

Update: 2023-04-04 09:35 GMT

छत्तीसगढ़। साहित्यिक संस्था समन्वय का वार्षिकोत्सव सिविल लाइन रायपुर स्थित वृंदावन सभागृह में आयोजित हुआ।इसमें मुख्य अतिथि डॉ ललित मखीजा, विशिष्ट अतिथि हीरानंद हरीरमानी तथा अध्यक्ष डॉ एम के ठाकुर रहे। कार्यक्रम में संस्थापक डॉ बलराम ने 28 वर्षों की साहित्य यात्रा का विस्तार से उल्लेख किया।

प्रांतीय अध्यक्ष डॉ डी डी महंत ने छत्तीसगढ़ी भाषा के साहित्य सृजन यात्रा पर प्रकाश डाला तथा श्रोताओं को स्थानीय बोली में लेखन करने हेतु प्रेरित किया। डॉ चितरंजन कर तथा शशि दीप ने सारगर्भित उद्घोषणा दी। वार्षिक पत्रिका के विमोचन उपरांत राज्य के सात कला साधकों को समन्वय रत्न सम्मान से अलंकृत किया गया। इनमें डॉ जीएल अरोरा, डॉ जीडी पटेल (पुष्कर), डॉ मनीष शरण, डॉ केके अग्रवाल, जयंत थोराट, मोहन लाल डहरिया ,तथा राजेश चौहान प्रमुख हैं। नवोदित कवियों व लेखकों द्वारा काव्यपाठ किया गया। मंच संचालन एम के श्रीवास तथा डॉ प्रीति प्रसाद ने किया।

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