हफ्ते में 5 दिन ही करना है काम, फिर भी सरकारी कर्मचारी है परेशान

Update: 2022-02-28 08:59 GMT

रायपुर। बीते महीने 26 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा श्रम कानून में बड़ा बदलाव करने हेतु आदेश जारी किया गया था कि अब सभी सरकारी कर्मचारियों को सप्ताह में केवल 5 दिन ही काम करना पड़ेगा जिससे उनके कार्य क्षमता उत्पादन में वृद्धि हो सके तो ठीक इसके विपरीत तृतीय वर्ग कर्मचारी इस फैसले से ज्यादा खुश नहीं लग रहे तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ प्रांत अध्यक्ष विजय झा को इस विषय पर चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि हम इस फैसले का स्वागत करते हैं.

परंतु हमारे दफ्तर आने के समय को घटाकर 10:00 बजे कर दिया गया है जो इससे पहले 10:30 हुआ करता था जिसके कारण हमें अन्य कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है इस फैसले से खासकर महिला कर्मचारी परेशान है जिन्हें अपने घर की जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती है। उन्होंने आगे बताया कि इस फैसले के कारण हमें सुबह जल्दबाजी में निकालना पड़ता है जिसके कारण कई तरह की घटनाएं होने की संभावना बढ़ जाती है अतः यह फैसला उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के बजाय इसके ठीक विपरीत हमें अत्यधिक तनाव में डाल रही है. 

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