राजनांदगांव। गोधन न्याय योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर खुले हैं। गौठान में कार्य कर रही बिहान स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अपने मेहनती हाथों से मंजिल की बुनियाद रखी है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम पदुमतरा गौठान की रोशनी महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अवसर को पहचाना। वैज्ञानिक तरीके से केंचुआ उत्पादन कर जरूरतमंद किसानों और नवीन गौठानों को देने से अब उन्हें 1 लाख 50 हजार रुपए की आमदनी अर्जित हुई है। समूह की अध्यक्ष कुमारी साहू ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से केंचुआ उत्पादन से वे अन्य महिलाओं को भी केंचुआ उत्पादन करने के लिए प्रेरित एवं प्रशिक्षित कर रही हैं। केंचुआ किसानों के मित्र है। जैविक खेती के लिए बहुत उपयोगी होने के कारण किसानों की खेती का महत्वपूर्ण अवयव है। केंचुआ उत्पादन एवं विक्रय की इन्हीं संभावनाओं को तलाशकर और अपनाकर समूह की महिलाओं ने आमदनी का जरिया बनाया। गौठानों में गोबर विक्रय, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन तथा सामुदायिक बाड़ी से पशुपालकों एवं समूह की महिलाओं को आय अर्जित हो रही है। समूह की महिलाओं ने आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाऐ हैं।