राजनांदगांव। जनसमान्य को किफायती दर पर पौष्टिक फास्टफूट एवं विविध व्यंजन प्राप्त हो सके, इसके लिए महिला स्वसहायता समूह को जोड़ते हुए जिले के सभी विकासखंडों में पंचायत कैफे के रूप में नवाचार किया गया है। कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार के विशेष प्रयास से बिहान स्वसहायता समूह की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए परंपरागत छत्तीसगढ़ी व मिलेट्स व्यजंनो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले के सभी विकासखण्ड में पंचायत कैफे की स्थापना की जा रही है। जिससे वर्तमान में जो स्वसहायता समूह सदस्य अथवा उनके परिवार के सदस्य रोड के किनारे अस्थायी रूप से फास्टफूड का व्यवसाय करते हैं या वे सदस्य जो फास्टफूड के व्यवसाय में रूचि रखते हैं। उन्हें पंचायत कैफे के माध्यम से स्थायी रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यस्थल उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें आरसेटी प्रशिक्षण संस्था के माध्यम से प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि हो सके। सीएलएफ या बैंक लिंकेज के माध्यम से मांग अनुरूप लोन के रूप में वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम अर्जुनी में पंचायत कैफे की स्थापना की गई है। जहां 6 स्वसहायता समूह को रोजगार प्राप्त हो रहा है। स्वसहायता समूह को सीएलएफ से 4 लाख 95 हजार रूपए की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। छुरिया विकासखंड के ग्राम छुरिया में पंचायत कैफे के माध्यम से 5 स्वसहायता समूह को रोजगार मिल रहा है। स्वसहायता समूह को बैंक लिंकेज से 2 लाख 50 हजार रूपए की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। पंचायत कैफे में परंपरागत व्यंजन चीला, फरा, ठेठरी, खुरमी, अनरसा, मिलेट व्यंजन इडली, दोसा एवं अन्य फास्टफूड व्यंजन उपलब्ध है। इसी तरह राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम जोरातराई एवं टेड़ेसरा तथा छुरिया विकासखंड के ग्राम गैंदाटोला में पंचायत कैफे निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। ग्राम जोरातराई में 6 स्वसहायता समूह को रोजगार मिलेगा। स्वसहायता समूह को ग्राम संगठन से 4 लाख रूपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। ग्राम टेड़ेसरा में 6 स्वसहायता समूह को रोजगार मिलेगा। स्वसहायता समूह को ग्राम संगठन से 3 लाख 50 हजार रूपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। ग्राम गैंदाटोला में 5 स्वसहायता समूह को रोजगार मिलेगा। स्वसहायता समूह को बैंक लिंकेज से 2 लाख 50 हजार रूपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी।