Bilaspur. बिलासपुर। डायल 112 के द्वारा छ.ग. में जनकल्याण एवं आपातकालीन सेवा के दृष्टिकोण से लगातार कार्य किया जा रहा है। जहां महिला एक नये जीवन को इस दुनिया में लाने के लिए संसार के सबसे बड़े दर्द में व्याकुल रहती है एवं विलंब होने से उस माता और गर्भ में पल रहे बच्चे को बड़ा ख़तरा होता है, उसके लिए डॉयल-112 फ़रिश्ते से कम नहीं हैं जो प्रसूता को तत्काल स्वास्थ्य लाभ हेतु अस्पताल पहुँचाते हैं। इसी कड़ी में ग्राम रहँगी निवासी एक गर्भवती महिला के लिए भी डॉयल-112 ऐसे ही बनकर पहुंची। महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी और मदद का इंतजार कर रही थी। फरिश्ता
घर में अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं था। सूचना मिलते ही तत्काल महिला के घर डायल 112 की वाहन पहुंची। महिला को उनके परिजनों के साथ वाहन में अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में प्रसव-पीड़ा अधिक होने एवं परिजनों द्वारा वाहन को रोकने हेतु निवेदन करने पर रास्ते में ही वाहन को रोका गया। डायल-112 कर्मचारी आरक्षक 1429 अनिल बांधे, चालक – शशांक दास द्वारा तत्काल डिलीवरी हेतु आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गईl मितानीन एवं परिजनों की सहायता से गाड़ी में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई। जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, बाद में बच्चे एवं प्रसूता को प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य लाभ हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।