बुधवार के दिन इन उपायों को करने से मिलेगा आपको फायदा ?

आज श्रावण शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और बुधवार का दिन है । त्रयोदशी तिथि आज दोपहर 2 बजकर 15 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्दर्शी तिथि लग जायेगी ।

Update: 2022-08-09 15:38 GMT

आज श्रावण शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और बुधवार का दिन है । त्रयोदशी तिथि आज दोपहर 2 बजकर 15 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्दर्शी तिथि लग जायेगी । आज रात 7 बजकर 36 मिनट तक प्रीति योग रहेगा । प्रीति योग का अर्थ है - प्रेम । ये योग प्रेम का विस्तार करने वाला है । अगर आपका कोई अपना आपसे रूठ गया हो, आपको किसी के साथ समझौता करना हो या आपके प्रेम-विवाह में किसी प्रकार की परेशानी चल रही है या फिर आपको किसी के साथ अपने प्रेम का रिश्ता आगे बढ़ाना हो, तो आज का दिन बहुत ही अच्छा है । साथ ही साथ इस योग में किये गये कार्य से मान-सम्मान की प्राप्ति भी होती है । साथ ही आज सुबह 9 बजकर 40 मिनट तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र लग जायेगा ।


आज के दिन विशेष रूप से उन लोगों को कटहल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए, जिनका जन्म उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में हुआ हो। आज के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में जन्में लोगों को कटहल या उससे बनी कीसी भी चीज़ को उपयोग में नहीं लाना चाहिये और ना ही कटहल के पेड़ को किसी भी प्रकार की हानि यानि उसके टहनियों या पत्तों को नहीं तोडना चाहिए । आज के दिन ऐसा करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी और आपके जीवन की गति और तेज दोनों ही बने रहेंगे । इसके अलावा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान नए कपड़े पहनना या खरीदना अच्छा माना जाता है । इस दौरान नये कपड़े पहनने से भविष्य की राहें साफ होती जाती हैं, साथ ही व्यक्ति को स्वादिष्ट भोजन खाने का अवसर मिलता है और नये मित्रों की प्राप्ति होती है । उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान सफेद, पीले और लाल रंग के कपड़े पहनना भी बहुत शुभ माना जाता है । आज के दिन अपनी दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की के लिये, अपने परिवार की खुशहाली को बनाये रखने के लिये, जीवनसाथी की परेशानियों को दूर करने के लिये, स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिये और लंबी आयु का वरदान पाने के लिये क्या उपाय करने चाहिए हम इन सब की चर्चा करेंगे।
इन उपायों को करने से मिल सकता है मनोवांछित फल
अगर आपकी उम्र शादी के लायक हो गई है और आपको एक अच्छे जीवनसाथी की तलाश है, तो आज के दिन शुक्राचार्य के इस मंत्र का 108 बार जाप करें । मंत्र है- 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:'।
जाप करने के बाद किसी मन्दिर में इत्र का दान करें। आज के दिन इस मंत्र का जाप करने से आपकी जल्द ही एक अच्छे जीवनसाथी की तलाश पूरी होगी।अगर आप अपने शत्रुओं की नित नई चालों से परेशान हैं, तो अपने शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिये आज के दिन किसी कुम्हार के घर जाकर कोई एक मिट्टी का बर्तन खरीदकर लाएं और ध्यान रहे उस बर्तन पर ढक्कन जरूर होना चाहिए । घर लाने के बाद उस बर्तन को एक जगह रख दें । अब एक सफेद कोरे कागज पर अपने शत्रु का नाम लिखें और उस पर शुक्र के मंत्र का 5 बार जाप करें- 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:'। इस प्रकार मंत्र जाप के बाद उस कागज की पर्ची बनाकर, कुम्हार के घर से लाए मिट्टी के बर्तन में डाल दें और उस पर ढक्कन लगाकर घर से दूर कहीं विराने में छोड़ आयें । आज के दिन ऐसा करने से आपको जल्द ही शत्रुओं की नित नई चालों से छुटकारा मिलेगा ।
अगर आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता और वो जल्दी-जल्दी बीमार पड़ जाते हैं, तो अपने जीवनसाथी के अच्छे स्वास्थ्य के लिये आज के दिन एक कटोरी में जौ को पीसकर बनाया गया सत्तु लेकर, उस पर अपने जीवनसाथी के हाथों का स्पर्श कराकर मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें. आज के दिन ऐसा करने से आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहने लगेगा।
अगर आप अपनी बिजनेस संबंधी किसी डील को लेकर परेशान हैं और उसकी वजह से आप किसी अन्य काम में अपना मन नहीं लगा पा रहे हैं, तो आज के दिन गाय का घी लेकर देवी लक्ष्मी के मन्दिर में दान करें और दोनों हाथों से माता के पैर छूकर आशीर्वाद लें. आज के दिन ऐसा करने से आपकी बिजनेस संबंधी डील में चल रही परेशानी का हल निकलेगा और आप अपना काम बेहतर ढंग से कर पायेंगे।
अगर आप अपने दाम्पत्य संबंधों की मजबूती को बरकरार रखना चहाते है तो आज के दिन अपने जीवनसाथी के साथ किसी साफ पानी के स्त्रोत, किसी नदी, तालाब या पोखर के पास जाएं और वहां जाकर, उस स्त्रोत के जल को दोनों हाथों में लेकर, वरूण देव का ध्यान करते हुए और अपने रिश्ते की मजबूती के लिये भगवान से प्रार्थना करते हुए, जल को धीरे-धीरे करके वापस उसी पानी के स्त्रोत में डाल दें। लेकिन अगर आपका जीवनसाथी किसी काम में व्यस्त है या आपसे कहीं दूर है, तो आप स्वयं ही साफ पानी के किसी स्त्रोत के पास जाकर अपने और अपने जीवनसाथी के निमित्त यह उपाय कर लें और अगर आप किसी ऐसी जगह पर न जा पायें, तो घर पर ही नल का साफ पानी लेकर, उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके, वरूण देव का ध्यान करते हुए ये उपाय कर लें । आज के दिन ऐसा करने से आपके दाम्पत्य संबंधों की मजबूती हमेशा बरकरार रहेगी ।
अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि को बनाये रखना चाहते हैं, तो आज के दिन अपने घर के मन्दिर में माता लक्ष्मी के आगे घी का दीपक जलाएं और उनसे हाथ जोड़कर अपने घर की सुख-समृद्धि के लिये प्रार्थना करें । साथ ही देवी मां को पुष्पांजलि भी अर्पित करें ।आज के दिन ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि में इज़ाफा होगा ।
अगर आप अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियां पाना चाहते हैं और अपने समस्त कार्यों में सफलता सुनिश्चित करना चाहते है, तो आज के दिन आपको विश्वेदेव का इस प्रकार ध्यान करना चाहिए-
'ऊँ इन्द्राय नमः ऊँ अग्नये नमः ऊँ सोमाय नमः ऊँ त्वष्ट्राय नमः ऊँ रुद्राय नमः ऊँ पूखनाय नमःऊँ विष्णुवे नमः ऊँ अश्विनीये नमः ऊँ मित्रावरूणाय नमः ऊँ अंगीरसाय नमः'आज इस प्रकार विश्वेदेवों का ध्यान करने से आपको जीवन में बड़ी उपलब्धियों के साथ ही आपके समस्त कार्यों की सफलता भी सुनिश्चित होगी ।
अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुख और प्रसन्नता से भरा देखना चाहते हैं, तो आज के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान कटहल के पेड़ या उसके फल का दर्शन करें और हाथ जोड़कर अपने वैवाहिक जीवन में सुख और सम्पन्नता लाने के लिए प्रार्थना करें। अगर आज के दिन कटहल के पेड़ का दर्शन करना संभव न हो, तो आप इंटरनेट या अपने फोन पर तस्वीर का दर्शन कर सकते है अगर ये भी संभव न हो तो मन में हरे-भरे कटहल के पेड़ की कल्पना करके उसे प्रणाम करें। आज ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुख और प्रसन्नता से भरा रहेगा ।
अगर आपके ऊपर अचानक से बहुत सारी जिम्मेदारियां आ गई हैं, जिससे आप मानसिक रूप से अशांति महसूस कर रहे हैं, तो आज के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान आपको सूर्य के इस मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए । मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: आज ऐसा करने से आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभायेंगे और आपको मानसिक अशांति से भी छुटकारा मिलेगा ।
अगर आपकी आमदनी का फ्लो अचानक से रूक गया है, तो फिर से फ्लो बढ़ाने के लिए आज के दिन आपको एक लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा-सा गंगाजल डाल कर सूर्यदेव को अर्पित करें, लेकिन ध्यान रहे उसमें से थोड़ा-सा जल बचाकर रख लें और उसे पूरे घर में छिड़क दें । आज ऐसा करने से आपकी आमदनी का फ्लो फिर से बढ़ने लगेगा ।
अगर आप राजनीति में या किसी अन्य क्षेत्र में अपना रूतबा जमाये रखना चाहते हैं, तो आज के दिन आपको उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए । आप चाहें तो धातु पर बना यंत्र स्थापित कर सकते हैं या फिर आज के दिन आप खुद भी इस यंत्र को बनाकर स्थापित कर सकते हैं । इसके लिये भोजपत्र पर अष्टगंध से अनार की कलम द्वारा या फिर सफेद कोरे कागज पर लाल पेन से एक वर्गाकार आकृति बनाइये और उसमें तीन कॉलम बनाइये । अब हर एक कॉलम में तीन खाने बनाइये । फिर पहले कॉलम में बायीं से दायीं तरफ क्रमशः 6, 1 और 8 लिखिए । फिर दूसरे कॉलम में बायीं से दायीं तरफ क्रमशः 7, 5 और 3 लिखिए । फिर तीसरे कॉलम में बायीं से दायीं तरफ क्रमशः 2, 9 और 4 लिखिए । इस प्रकार आपका यंत्र बन जायेगा । अब उस यंत्र की विधि पूर्वक पूजा कीजिये और उस पर कम से कम 1008 बार सूर्य देव के इस मंत्र का जप करें । मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:' आपको बता दूं– मंत्र का जप किया जाना बहुत जरूरी है। मंत्र जप से ही यंत्र प्रभावशाली बनता है. आज इस प्रकार मंत्रों से सिद्ध किया हुआ यंत्र स्थापित करने से आप राजनीति या अन्य क्षेत्र में अपना रुतबा जमाये रखने में सफल होंगे ।
अगर आप अपने और अपने परिवार वालों के जीवन में खुशियां ही खुशियां लाना चाहते है, तो आज के दिन आपको स्नान आदि के बाद घर में किसी उचित स्थान पर आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जायें और सूर्यदेव के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए । मंत्र इस प्रकार है- 'ऊँ घृणिः सूर्याय नमः'


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