रायपुर। प्रदेश भाजपा महामंत्री व छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि भूपेश बघेल सरकार धर्मांतरण को बढ़ावा देने धर्म रक्षकों पर रासुका लगाएगी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के निर्देश पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए भूपेश बघेल आदिवासियों की संस्कृति छीन रहे हैं। रासुका का नया नियम धर्मांतरण करवाने वाले लोगों के संरक्षण के लिए लाया गया है। यह पूरी तरह से आदिवासी संस्कृति को खत्म करने की साजिश है। कांग्रेस का आदिवासी विरोधी और चर्च समर्थक चरित्र उजागर हो गया है लेकिन भाजपा लोकतंत्र का गला नहीं घोंटने देगी। भूपेश बघेल दिल्ली जाकर ईसाई समुदाय के नेताओं से मिलकर क्या यही बताकर आये हैं कि छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार में धर्मांतरण की खुली छूट है। धर्मांतरण का विरोध करने वालों को एक साल के लिए जेल में डाल देंगे।
प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिस दिन से सत्ता में आये हैं, उस दिन से आदिवासी संस्कृति के दमन और धर्मांतरण के संरक्षण की राजनीति कर रहे है। जिन भोले भाले आदिवासियों ने कांग्रेस को सेवा का अवसर दिया है, उन पर अत्याचार क्यों? सोनिया गांधी को खुश करने के लिए भूपेश बघेल आदिवासी अस्मिता को ललकार रहे हैं। धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं। प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार का रासुका फरमान धर्म रक्षक आदिवासियों को कुचलने का षड्यंत्र है। भूपेश बघेल धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं, यह तो जगजाहिर है किंतु अब वे अपनी धरती पर अपने धर्म की रक्षा में जुटे आदिवासियों को जेल में ठूंसेंगे, यह प्रमाण है कि वे एक धर्म विशेष के प्रसार के लिए लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं।संविधान जबरिया धर्मांतरण की छूट नहीं देता लेकिन भूपेश बघेल यही कर रहे हैं। मिशनरी को आदिवासी अस्तित्व मिटाने की छूट दी गई है।