ढाई साल क्यों है बेमिसाल?

Update: 2021-06-17 05:46 GMT

त्वरित टिप्पणी - पप्पू फरिश्ता

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के ढाई साल के अल्प कार्यकाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़े और साहसी फैसले लेकर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाबी पाई है। भूपेश बघेल ने अपने आधे कार्यकाल में ही चुनावी घोषणा पत्र के आधे से ज्यादा वादों को धरातल पर उतार कर लोगों को राहत और सुविधा पहुंचाई है। जिससे मुख्यमंत्री के निर्णय क्षमता और विकासपरक सोच का पता चलता है। उनके लिए निर्णय और उसके क्रियान्वयन को लेकर उठाए गए कदम नि:संदेह किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए अनुकरणीय हो सकता है। देश के न सिर्फ कांग्रेस शासित राज्य अपितु जहां अन्य दलों की सरकारें हैं उनसे भी बेहतर परफार्सेंस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का रहा है जो कई सर्वे में भी सामने आ चुका है। कोरोना संक्रमण काल में सरकार की नीतियों और निर्णयों का ही परिणाम रहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रही। राजीव न्याय योजना के माध्यम से दी जा रही आर्थिक मदद से राज्य के किसानों की स्थिति बेहतर हुई है। कमोबेश पूरे प्रदेश के हर किसान-मजदूर भूपेश बघेल के धान के बोनस वाले निर्णय से और उसके त्वरित क्रियान्वयन से बेहद खुश और संतुष्ट नजर आते हैं। भूपेश सरकार की गौठान योजना हो, तेंदूपत्ता के बोनस की बात हो या सरकारी नजूल पट्टा की बात हो कहीं भी भूपेश सरकार जनता के हित के लिए पीछे नहीं हटी है। विश्व की अनोखी गोधन योजना के तहत गोबर खरीद कर सरकार ने पूरे देश के राजनेताओं की सोच बदली है। कोरोना जैसे महासंकटकाल के दौर में भी भूपेश सरकार किसी भी स्तर पर राज्य में गरीबों के हित की योजनाओं को ना रोका ना ही उन योजनाओं के क्रियानवयन में देरी की। सीएम भूपेेश अपनी काबिलियत और राजनीतिक सूझबूझ के दम पर कांग्रेस पार्टी में भी अपना वर्चस्व दिन-प्रतिदिन बढ़ाते गए। शहरी विकास के लिए अनेक योजनाओं को लेकर आना और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जोडऩा सरकारी नजूल भूमियों को फ्री होल्ड करने जैसे फैसलों ने जनता का दिल जीता है। उद्योगपतियों को बाहर से बुलाकर उद्योग के क्षेत्र में लगातार नए-नए आयाम स्थापित करने के लिए जो सपना छत्तीसगढ़ के हित में भूपेश बघेल ने देखा था। वह अब साकार होता नजर आ रहा है, ऐसे कई बड़े उद्योग घराने हैं जो भूपेश बघेल की कार्यक्षमता के कायल होकर अपने सभी उद्योग व्यापार छत्तीसगढ़ में लगाने तैयार हुए हैं। उनकी नीतियों के चलते ही देश के जाने-माने उद्योगपति अपना उद्योग छत्तीसगढ़ में स्थापित करने का मन बना रहे हैं जो छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने सूझ-बूझ से छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में सफलता पाई। लॉकडाउन को बेहतर तरीके से संचालित कर पक्के खिलाड़ी की तरह हर तरफ से तारीफ बटोरी। कोरोना टेस्ट में भी छत्तीसगढ़ ने बाजी मारी है, केंद्र सरकार के असहयोग के बाद भी राज्य सरकार ने कई योजनाओं को निरंतर क्रियान्वित किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक अच्छे मैनेजर की तरह सरकार का बखूबी संचालन किया है और न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में एक अच्छे मुख्यमंत्री और कुशल राजनीतिज्ञ के तौर पर स्वयं को स्थापित किया है।

Tags:    

Similar News

-->