राजधानी पुलिस ने महाराष्ट्र पासिंग की ट्रक से 7 क्विंटल गांजा पकड़ा, मंदिर हसौद में 1 क्विंटल गांजा के साथ अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ाया
ट्रक के नंबर से ट्रक मालिक का पता लगाया जाए और गांजा तस्कर को पकडऩे के लिए यह महत्वपूर्ण कड़ी है।
ट्रक के ड्राइवर और हेल्पर का पता लगाया जाए।
पुलिस को ये पता लगाना चाहिए कि ट्रक किस टोल नाके से गुजरा और ट्रक कहा से आया इसकी जांच होनी चाहिए।
अगर ट्रक महाराष्ट्र की है तो महाराष्ट्र से रायपुर तक ट्रक खुद चलकर तो नहीं आया होगा।
ऐसा कौन छुपा हुआ नेता है जिसके दबाव में पुलिस ट्रक को लावारिस बता रही है।
पुलिस को किस छुटभैय्या नेता का दबाव है जिसके आगे उन्हें झुकना पड़ा जबकि बड़ी मेहनत से यह कार्रवाई की गई है।
गरीबों की पेट पर डाका डालने वाला राशन माफिया, मादक पदार्थ की तस्करी और अवैध धंधों के पीछे एक ही नेता तो नहीं।
ऐसा कौन छुपा हुआ नेता है जो छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि को धूमिल कर रहा है।
आकिफ फरिश्ता
रायपुर। राजधानी की पुलिस ने दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गुरूवार को 8 क्विंटल गांजे की बड़ी खेप जब्त की है। मंदिरहसौद थाने में पकडे गए गांजे के मामले में पुलिस ने 7 अंतर्राज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें 5 आरोपी उड़ीसा के है और 2 आरोपी रायपुर के रहने वाले है। वही सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के दिशा कॉलेज के पास पुलिस ने लावारिस ट्रक से 7 क्विंटल गांजा जब्त किया है। राजधानी के सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के दिशा कॉलेज के पास लावारिस ट्रक में जो गांजा बरामद किया गया। रायपुर में इतना बड़ा गांजा का खेप कोई एलियन तो लेकर नहीं आया होगा किसी इंसान ने ही ट्रक चलाकर ही रायपुर तक गांजे की ट्रक को लाया है। पुलिस को ट्रक क्रमांक के अनुसार ट्रक के मालिक तक पहुंचना चाहिए। ट्रक मालिक के जरिए पुलिस को इस तस्करी के मुख्य सरगना तक पहुंचकर ये पता लगाना चाहिए कि ऐसा कौन-सा छुटभैय्या नेता है जो छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और भूपेश सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
रायपुर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि मंदिरहसौद थाने में जब्त किया 1 क्विंटल गांजे की कीमत 7 लाख रुपए है। वही लावारिस ट्रक से जब्त किये गए 7 क्विंटल गांजे की कीमत पुलिस ने 30 लाख आंकी गई है। लगातार छत्तीसगढ़ राज्य में उड़ीसा से ही भारी मात्रा में गांजा रायपुर होकर देश-विदेश तक पहुंचता है। उड़ीसा से सटे बॉर्डर में नियमित चेकिग नहीं होती जिसकी वजह से शहर भर में गांजे की बड़े खेप मिलती है। रायपुर में नशे की तस्करी भारी मात्रा में चले जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले के रास्तों से बहुत भारी मात्रा में गांजे की खेप रायपुर के रास्तों से होकर यूपी, बिहार जाती है। मगर जैसे-जैसे पुलिस ने चेकिंग पॉइंट बना दिए तब से गांजा तस्कर अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाने लगे है। शहर भर में गांजा पीने वालों की होड़ भी लगी है। रायपुर के हर इलाके में गांजा तस्कर घूमते-फिरते रहते है जिसके चलते युवाओं के हाथ में भी गांजे की पुडिय़ा आसानी से मिल जाती है।
ट्रक लावारिस अवस्था में मिली, सच या झूठ
रायपुर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कोटा इलाके के दिशा कॉलेज के पास एक लावारिस ट्रक जिसमें महाराष्ट्र का नंबर लगा हुआ था उसको पुलिस ने चेक किया जिसमें से पुलिस ने 7 क्विंटल गांजा बरामद किया है। गौरतलब है कि ट्रक महाराष्ट्र का था और माल उड़ीसा का तो ट्रक रायपुर में लावारिस अवस्था में आया कैसे ? और रायपुर पुलिस इस ट्रक के नंबर के जरिए ट्रक मालिक तक क्यों नहीं पहुंचती ? ट्रक का ड्राइवर और हमाल कहा गए ? ये सब जांच का विषय है लेकिन जांच करना छोड़कर पुलिस ने लावारिस ट्रक से गांजे की खेप मिलने की बात का खुलासा किया है। आखिर ऐसा कौन-सा छुटभैय्या नेता है जिसके दबाव में आकर पुलिस ने मामले में जांच किये बिना आरोपी को गिरफ्तार किये बिना ही मामले में लावारिस ट्रक की खेप की पुष्टि कर दी।
मंदिरहसौद थाने में भी हुआ 1 क्विंटल गांजा जब्त
राजधानी पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की है। 1 क्विंटल गांजा व 2 चारपहिया वाहन के साथ 5 अंतर्राज्यीय सहित कुल 7 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ओडिशा से गांजा लाकर मध्यप्रदेश में तस्करी कर रहे थे। यह कार्रवाई साइबर सेल और थाना मंदिर हसौद की संयुक्त टीम ने की है। गिरफ्तार 5 गांजा तस्कर ओडिशा के निवासी हैं। आरोपियों के कब्जे से 1 क्विंटल गांजा कीमती लगभग 7 लाख रुपए जब्त किया गया है। आरोपियों के कब्जे से गांजा तस्करी में प्रयुक्त बोलेरो पिकअप वाहन क्रमांक सीजी/04/जे डी/8048 एवं अर्टिका कार क्रमांक ओडी/17/क्यू/3256 को भी जब्त किया गया है। आरोपियों से जब्त गांजा व वाहनों की कुल कीमत लगभग 20 लाख रुपए आंकी गई है। आरोपियों के खिलाफ थाना मंदिर हसौद में धारा 20(बी) नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
किसके दबाव में पुलिस झुकना पड़ रहा
राजधानी पुलिस ने हर बार गांजा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की है। लेकिन जमानती धाराओं और कमजोर कानून व्यवस्था के चलते आरोपियों को जमानत मिल जाती है। रायपुर पुलिस को कौन-सा ऐसा छुपा हुआ नेता है जिसकी वजह से पुलिस को उसके सामने झुकना पड़ रहा है। रायपुर के इतिहास में इतनी मात्रा में गांजा कभी जब्त नहीं किया गया है। गौरतलब है कि जनता से रिश्ता ने अपने समाचार पत्र के जरिए गांजे की तस्करी के सभी तरीकों की खबरें प्रकाशित की थी। उसके बाद भी पुलिस ने शहर के बाहरी इलाकों में चेकिंग नहीं करती जिसकी वजह से शहर से होकर गांजे की बड़ी खेप रायपुर और भारत के कई राज्यों तक पहुंचती है।
पूडिय़ों के भाव मे मिलता है गांजा
शहर में कुछ ऐसे ठिकाने है जहां पर गांजा का नशा करने वाले लोगों को बड़ी आसानी से गांजा मिल जाया करता है जबकि इस नशे को पुडिय़ा का नाम दिया गया है। गांजा खरीदने वाले पूडिय़ा के नाम से इसे गांजा बेचने वालों के पास से खरीदा करते है जबकि एक पूडिय़ां का दाम 50 रुपये हुआ करता है। जबकि पूडिय़ा में कुछ ग्राम ही गांजा भरा हुआ करता है जिसके चाहने वालों की संख्या राजधानी में दिन बा दिन बढ़ते दिखाई दे रही है।
जनता से रिश्ता ने पहले भी किया आगाह
जनता से रिश्ता ने अपने समाचार पत्र के माध्यम से कई महीनों से आगाह करते आ रहा है कि उड़ीसा से महासमुंद और महासमुंद के रास्ते से रायपुर वो भी मोटरसाइकल से तस्कर तस्करी करते जा रहे है। पुलिस से बचने के और पुलिस द्वारा चौक-चौराहों पर लगाए गए चेकिंग से बचने के दुपहिया से गलियों में भी भाग जाते है। रायपुर में गांजा की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। सभी थाना क्षेत्रों में लगातार गांजे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। हालांकि पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। गांजा की तस्करी व व्यवसाय करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करती है।
पिछले 1 महीने में भारी मात्रा में गांजा पकडाया
यह हम नहीं कह रहे कि जनता से रिश्ता के रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई हो रही अपितु पिछले 1 महीने में पुलिस कार्रवाई से साफ है कि गांजे की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। पिछले 1 महीने के भीतर ही पुलिस ने हर जिले से गांजे की खेप जब्त की है। वही महासमुंद जिले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 बार करोड़ों में गांजे खेप बरामद की है। महासमुंद जिले की पुलिस ने कटहल की ट्रक से 2 करोड़ का गांजा जब्त किया था। मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले 1 महीने में गांजे की तस्करी के लगभग 18 बड़े मामले का खुलासा किया है जिसकी वजह से पुलिस ने उड़ीसा से आ रहे बड़े गांजे की खेप को रायपुर और महासमुंद जिले में ही रोक दिया। गौरतलब है कि पुलिस ने उरला में भी एक व्यक्ति के घर से 33 किलो गांजा बरामद किया था। वही महासमुंद जिले में 6 किलो 700 ग्राम गांजा पुलिस ने जब्त किया जिसके साथ-साथ 2 मोटरसाइकिल भी जब्त किया गया था। बिलासपुर में भी पुलिस ने 1 करोड़ का गांजा बरामद किया था। गुढिय़ारी थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने 2 किलो 600 ग्राम गांजा के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। जांजगीर-चापा में बाइक से गांजा तस्करी करते एक युवक को गिरफ्तार किया गया था। महासमुंद पुलिस ने 5 लाख के गांजा के साथ 4 आरोपी को भी गिरफ्तार किया था। रायपुर के खरोरा में भी गांजा तस्करी करते पुलिस ने 1 युवक को गिरफ्तार किया है। खमतराई थाना पुलिस ने गांजा बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे युवक को गिरफ्तार किया था। प्रदेश भर में गांजे तस्करी के मामले रोज ही सामने आते है।
रायपुर पुलिस का अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी है इसी तारतम्य में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 8 क्विंटल गांजा एक दिन में पकड़ाया है। ये अभियान लगातार जारी रहेगा और अपराधियों की खैर नहीं।
-अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर
लखन पटले
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