चेम्बर ऑफ कॉमर्स में वरिष्ठ व्यापारी राजेश वासवानी व लालचंद गुलवानी के साथ जो हुआ वो निंदनीय: योगेश अग्रवाल
रायपुर:- शनिवार को चेम्बर ऑफ कॉमर्स में प्रदेश की कार्यकरणी की बैठक थी जिस में प्रदेश के सभी जिलों के चेम्बर के पदाधिकारी गण एवम व्यपारी एससोशिन के अध्य्क्ष व सचिव को बुलाया गया था ,जिस में लालचंद गुलवानी राजेश वासवानी प्रकाश लालवानी भी गए थे पर हर पदाधिकारी को अपनी बात रखने का अधिकार रहता है फिर क्यो राजेश वासवानी को मंच से बात रखने के लिए क्यो मना किया गया.
वो एक जिम्मदार पदाधिकारी है एवं 15 साल से चेंबर के सक्रिय कार्यकारिणी में सेवा कर चुके है उन्होने जो बात कही वो 100 सत्यता थी उन की बातों को दबा के के लोकतंत्र की हत्या की गई क्योकि कार्यकारिणी का नियम है कि जो भी सदस्य वहाँ अपनी बात रखता है उसे मिन्ट बुक में लिखा जाता है इसी कारण वासवानी ने अपनी बात जो कि मंच से कहना चाह रहे था.
पारवानी ने रेमदिसिवर व आक्सीजन की कालाबाजारी करने वालो को चेम्बर के पदों पर बिठाया गया है उन्हे उन से निष्कासित करने की मांग की चेम्बर की नई कार्यकारिणी ने अपना असली रूप आज दिखा दिया. मीटिंग में हर व्यापारी को अपनी बात कहने का हक़ है. ऐसा पहले कभी नहीं हूआ चेम्बर के इतिहास में आज का दिन काला दिन के रूप में जाना जाएगा. अधिकतम पदाधिकारी चेम्बर की कार्यप्रणाली के लिए नए है उन्हें संयम रखना चाहिए. इस घटना के लिए अध्यक्ष व वरिष्ठ व्यापारी ज़िम्मेदार है जो बैठक में उपस्थिति थे. वर्तमान सभी संरक्षक वरिष्ठ साथी व सलाहकार को तत्काल आज की घटना को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करना चाहिए. चेम्बर की गरिमा बनाए रखना चाहिए नहीं तो व्यापारियों की एकता तार तार हो जाएगी और हम शासन के समक्ष अपनी बात अपनी समस्या का समाधान करने में विफल हो जाएँगे कल की घटना की कड़ी निंदा की जाती है इस सम्बंध में जल्द ही व्यापारियों की बैठक बुलाई जाएगी.छत्तीसगढ़ के अधिकतर व्यापारी संगठन ने इस घटना की निंदा की है और इसे व्यापारी हित के प्रतिकूल बताया.