sukma news स्थान : एर्राबोर गांव, सुकमा
sukma यहां सलवा जुडूम का राहत शिविर है। बड़ी संख्या में नक्सली पहुंचते हैं। कुछ ही देर में गोलियां चलने की आवाजें आने लगती हैं। इससे पहले कि जवान या पुलिस कुछ समझ पाती, नक्सलियों ने वहां सैकड़ों घरों (झोपड़ियों) में आग लगा दी। जवान मौके पर पहुंचे, लेकिन नक्सली भाग चुके थे।
इस घटना में 50 से ज्यादा ग्रामीण मारे गए, कुछ जिंदा ही जल गए। हालात बदले हैं, लेकिन ग्रामीणों के कानों में अब भी चीखने-चिल्लाने की आवाजें गूंजती हैं। 18 साल बाद इस घटना पर सुकमा के आदर्श पांडेय ने डॉक्यूमेंट्री बनाई है। इसे छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किया है।