टिकट कलेक्टर बनने का शौक था, लेकिन बन गया अपराधी

जानिए कैसे?

Update: 2023-09-04 01:46 GMT

रायगढ़। रविवार टिटलागढ़ पैसेजर में फर्जी टीसी से रेलवे के टीटीई से आमना-सामना हो गया। सवाल-जवाब करने पर फर्जी टीटी ने गोलमटोल जवाब देने लगा। फर्जी होने के शक पर उसे झाराडीह से पकड़कर जीआरपी के हवाले कर दिया है। आरोपी युवक नरेश कुमार गोंड(35) बगडेवा झाराडीह का रहने वाला है। जीआरपी ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए धारा 419, 171 आईपीसी के तहत कार्रवाई कर रही है।

बिलासपुर से टिटलागढ़ तक चलने वाली गाड़ी संख्या 08264 में ड्यूटी के दौरान टीटीई मनीष कुमार वर्मा को झाराडीह स्टेशन में एक व्यक्ति टीटीई यूनिफार्म में दिखा। वह टिटलागढ़ पैसेंजर में चढ़ा। मनीष गाड़ी में चेकिंग के लिए चढ़े साथी टीटीई विनय कुमार के साथ उस व्यक्ति के पास पहुंचे। उसने यूनिफार्म में टीसी का बेज लगा था। आईकार्ड में पद व नाम टीसी लिखा था। टीटीई को शंक होने पर पूछताछ करने लगा। आरोपी युवक ने खुद को कोरबा का टीटीई बताया। ट्रेन में कोरबा के टीटीई नरेश कुमार क्षत्रिय यात्रा कर रहे थे। उन्हें बुलाकर जब पूछताछ की गई तो उसने फर्जी टीसी होने की बात कबूल की। इसके बाद आरोपी नरेश गोड़ को जीआरपी के हवाले किया गया।

गांव में भी खुद को बताता था टिकट कलेक्टर पकड़ाए गए आरोपी नरेश गोड़ ने बताया कि उसे टिकट कलेक्टर बनने का शौक था, लेकिन नहीं बन सका। इसके बाद उसने फर्जी टिकट कलेक्टर बनने कोट, बैंच, नेमप्लेट व अन्य सामान फर्जी तरीके से बनाई। इधर गांव में उसे सभी टिकट कलेक्टर समझते थे।

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