नौकरी व फ्रेंचाइजी देने के नाम पर बेरोजगारों के साथ हो रही ठगी
जाने-पहचाने जॉब पोर्टल की आड़ में धोखा
ठगी करने वाले लोग बड़े स्मार्ट होते हैं। वे फर्जी पोर्टल्स का इस्तेमाल करते हैं लेकिन वह पोर्टल देखने में किसी असल और भरोसेमंद पोर्टल सा लगेगा। नामी कंपनियों के फर्जी लिंक और कस्टमर केयर नंबर देकर कॉल के लिए कहा जाता है। जिनपर क्लीक या कॉल करते ही खाते से मोटी रकम खाली हो जाती है। इसलिए कभी जॉब ऑफर आए तो पोर्टल पर जरूर ध्यान दें।
अतुल्य चौबे
रायपुर। नौकरी की तलाश हर किसी को होती है। बेरोजगार को भी और कहीं जॉब कर रहे लोगों को भी। जॉब कर रहे लोगों को नई नौकरी की तलाश होती है ताकि सैलरी बढ़ सके। कई बार अन्य सुविधाओं के लिए भी लोग नौकरी बदलते हैं। लेकिन इस चक्कर में कई बार लोग धोखा खा जाते हैं। आजकल जॉब के नाम पर काफी फर्जीवाड़ा हो रहा है। लोगों को नौकरी दिलाने और मोटी सैलरी दिलाने का झांसा दिया जाता है। उसके बाद उनसे बैंक अकाउंट की डीटेल्स या फिर क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड की डीटेल्स मांगी जाती है। डीटेल्स मिलने के बाद फर्जीवाड़ा करने वाले लोग अकाउंट साफ कर देते हैं या क्रेडिट कार्ड से पैसा उड़ा लेते हैं। साइबर ठग के साथ फर्जी वेबसाइट और कंसलटेंट एजेंसियों से लेकर काल सेंटर से भी युवाओं और जरूरत मंदों को लुटा जा रहा है। ई-मेल, वाट्सअप और मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से युवाओं-महिलाओं को जाब और एक दिन में हजारों कमाने का प्रलोभन देकर उन्हें ठगा जा रहा है। साइबर पुलिस समय-समय पर ऐसे कई मामलों का खुलासा भी कर चुकी है लेकिन इस तरह के अपराध पर अब तक अंकुश नही लग सका है। साइबर एक्सपर्ट बताते है जाब और फ्रेंचाइजी के नाम पर जालसाजों द्वारा लाखों की धोखाधडी हो रही है। फर्जी वेबसाइट और एजेंसियां आए दिन लोगों को निशाना बना रही हैं। एसएमएस जाब, आनलाइन जाब के नाम पर कुछ फर्जी एजेंसियां युवाओं को लुटने में लगी है। इस तरह की ठगी काल सेंटर्स और प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से भी की जा रही हैं।
मोबाइल-वाट्सअप पर मैसेज
लोगों की ई-मेल, मोबाइल और वाट्सअप पर मैसेज भेजकर जाब और एक दिन में ही हजारों कमाने का प्रलोभन दिया जा रहा है। जिस नंबरया मेल आईडी से इस तरह के मैसेज आते हैं उनसे संपर्क करने पर किसी और नंबर पर संपर्क करने को कहा जाता है। उसमें संपर्क करने पर आईडी और सिक्यूरिटी मनी जमा करने को कहा जाता है। मनी ट्रांजेक्शन के लिए जो नंबर और लिंक दिए जाते हैं उन पर डायल या क्लीक करते ही खाते से मोटी रकम पार हो जाती है।
फर्जी नंबरों से काल
नौकरी देने के नाम पर फर्जी एजेंसियां और काल सेंटर से युवाओं को पहले मैसेज भेजकर प्रलोभन दिया जाता है और फिर नए-नए सपने दिखाकर उन्हें ब्लैक मेल किया जाता है। बार-बार पैसों की डिमांड की जाती है। काल सेंटर से बात करने वाले लोग लड़के-लड़कियों को झांसे में लेकर हनीटैप का भी शिकार बनाते हैं। अपने सपनों को पूरा करने की चाह में पढ़े-लिखे युवा भी इनके झांसे में आकर अपना नुकसान कर लेते हैं। फर्जी वेबसाइट और नंबरों से ऐसी एंजेसियां युवाओं को सपने दिखाकर उन्हें अपनी संस्कृति और परंपरा से भी दूर कर रहे हैं। पश्चिमी सभ्यता के चकाचौंध और शार्टकट के चक्कर में युवा अपने संस्कारों से भी कटते जा रहे हैं। ऐसे में जाब के नाम पर सपने दिखाकर लूटने वाली एजेंसियों से सतर्क रहने की जरूरत है।
जॉब के नाम पर हो रही ठगी, इन
5 तरीके से पहचानें
थोड़ी सी सावधानी इस तरह की धोखाधड़ी से बचा सकती है। आपको ऐसे 5 तरीके बता रहे हैं जिससे आप किसी फर्जी ऑफर को आसानी से पहचान सकते हैं...
पैसा मांगना : एक बात अच्छी तरह से जान लीजिए कि किसी भी कंपनी में नौकरी के लिए पैसा नहीं मांगा जाता है या भरोसेमंद जॉब पोर्टल भी पैसा नहीं मांगते हैं। लेकिन ठगी करने वाले लोग पैसा मांगते हैं। ज्यादातर का कहना होता है कि आपको जॉब मिलने के बाद पैसा रिफंड हो जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं होता है। एक बार अगर आपने पैसा दे दिया तो फिर कभी वो आपसे संपर्क नहीं करेंगे और न ही आप उनसे कोई संपर्क कर पाएंगे।
क्रेडिट कार्ड/आधार/पैन आदि की डीटेल्स मांगना : वे आपकी गोपनीय सूचना मांगेंगे जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट, सीवीवी नंबर या फिर आधार कार्ड और पैन कार्ड नंबर। ऐसी स्थिति में यह ध्यान में रखना चाहिए कि जॉब के लिए किसी को भी आपके क्रेडिट कार्ड डीटेल्स की जरूरत नहीं होगी। आधार कार्ड और पैन कार्ड डीटेल्स मांगी भी जाती है तो वह भी जब आपका किसी कंपनी में टेस्ट और इंटरव्यू हो जाता है। उसके बाद अपाइंटमेंट लेटर देने से पहले कंपनी की ओर से आपकी डीटेल्स मांगी जा सकती है। लेकिन किसी थर्ड पार्टी को इस डीटेल्स की बिल्कुल भी जरूरत नहीं होती। आपके रिक्रूटर के अलावा कोई और ये डीटेल्स मांगे तो उसे बिल्कुल भी न दें।
आसान हायरिंग क्राइटेरिया : किसी भी कंपनी में जॉब के लिए आपको एक तयशुदा प्रक्रिया से गुजरना होता है। ज्यादातर जगह आपका टेस्ट और इंटरव्यू होता है। उसके बाद जॉब ऑफर की जाती है लेकिन फर्जी जॉब ऑफरों में ऐसा नहीं होता। वे आपको सीधे जॉइनिंग का झांसा देंगे जबकि ऐसा कहीं नहीं होता है। अगर कोई आपको सीधे जॉइनिंग का झांसा दे तभी आपका माथा ठनक जाना चाहिए।
उम्मीद से ज्यादा सैलरी : आपको यह बात दिमाग में अच्छी तरह बिठा लेनी चाहिए कि कहीं भी सैलरी के नाम पर पैसों की बारिश नहीं हो रही है। हर जॉब और रोल्स के मुताबिक सैलरी करीब-करीब तय होती है। जैसे आप फ्रेशर हैं तो ज्यादातर कॉर्पोरेट जॉब में आपको 2 से लेकर 4 लाख तक का ऑफर मिल सकता है। अगर कोई आपको 12-15 लाख सालाना सैलरी पैकेज ऑफर करे तो इसका मतलब कहीं न कहीं झोल है।