छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना के वॉलिंटियर्स ने झारखंड में राष्ट्रीय एकता का लहराया परचम

Update: 2022-05-30 06:11 GMT

 नारायणपुर। भारत सरकार के खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय और क्षेत्रीय निदेशालय राष्ट्रीय सेवा योजना बिहार झारखंड के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय एकता शिविर गत दिवस 18 मई से 24 मई तक जमशेदपुर झारखंड में अरका जैन यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ। छत्तीसगढ़ की टीम ने इस राष्ट्रीय एकता शिविर में इन्दिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संगठन व्यवस्था मे 12 सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ रत्ना नशीने के निर्देशन और आधिकारिक मार्गदर्शन में 12 सदस्यों ने छत्तीसगढ़ टीम का प्रतिनिधित्व किया। इस शिविर मे छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवको ने सभी ग्यारह राज्यो के स्वयंसेवको के साथ राष्ट्रीय एकीकरण की भावना के साथ अभूतपूर्व प्रदर्शन कर राष्ट्रीय एकता को प्रबलता से प्रतिपादित किया।

राष्ट्रीय एकता शिविर में अकादमिक सत्र मे तीन वर्कशॉप सम्पन्न हुए जिसमे टाटा मोटर्स के वरिष्ठ असिस्टेंट जनरल मेनेजर श्री चन्देश्वर खान के द्वारा स्वयंसेवको को राष्ट्रीय एकीकरण के लिए प्रोत्साहित किया तथा उन पहलुओ पर प्रकाश डाला। अंतरार्ष्ट्रीय मुक्केबाज श्रीमती अरुणा मिश्रा ने अपने जीवन मे संघर्षाे के माध्यम से उचाईओ को छुआ। उन्होंने सभी को लक्ष्य पर केंद्रित होकर आगे बढ़ने के लिए उत्प्रेरित किया। डॉ. पारथ नाथ मिश्रा ने सभी स्वयंसेवको को राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से राष्ट्रीय निर्माण मे अपना योगदान देने की बात कही। वहीं श्री अंगद तिवारी ने राष्ट्रीय एकता को रामायण और महाभारत के माध्यम से संमझाया। क्षेत्रीय निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना बिहार झारखंड श्री पीयूष परांजपे ने राष्ट्रीय सेवा योजना से व्यक्तित्व विकास विषय पर जानकारी दी। छत्तीसगढ़ की कार्यक्रम अधिकारी डॉ रत्ना नशीने के द्वारा कृषि महाविद्यालय नारायणपुर मे राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवक श्री हिमाशू यादव ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधिओ को अपलोड करने की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त छात्रों के मनोभावों एवम संस्कृति का आदान प्रदान विभिन्न वर्कशॉप के माध्यम से सम्पन्न हुआ।

स्वयंसेवक सुजीत सुमेर की बसूरी वादन पर प्रत्येक दिन दी गई प्रस्तुति को लोगों द्वारा सहराना मिली। छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवको के द्वारा छत्तीसगढ़ के लोक कला एवं संस्कृति का संवहन कर सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान प्रदान किया गया। सभी राज्यो के स्वयंसेवको और कार्यक्रम अधिकारी ने बाँसुरी के धुन पर सम्पूर्ण वन्देमातरम का गान किया। साथ ही साथ स्वयंसेवको ने विभिन्न छत्तीसगढ़ के नृत्य राज्य गीत एवम लोक कलाओं पर अन्य राज्यों के साथ शिरकत कर राष्ट्रीय एकता को प्रबल किया ।

राष्ट्रीय एकता शिविर में दलमा वन्य अभ्यारण, एशिया का एक सबसे बड़ा पार्क टाटानगर शहर का जुबली पार्क भ्रमण हुआ।

इस अवसर पर अरका जैन यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का विशेष सहयोग और अक्षुण्ण मार्गदर्शन सतत मिला। छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवक में सुजीत सुमेर, सुरेखा , हिमांशु यादव, वीर नारायण, रामादेवी नेताम, नूरी खान, दीप्ति वर्मा, सुधांशु त्रिपाठी, अजित वर्मा, मुस्कान साहू ,रोशनी राजपूत , मनमोहन यादव ने अपने छत्तीसगढ़ राज्य को देश की समस्त राज्यों के साथ राष्ट्रीय एकता भाव से प्रतिनिधित्व किया। राष्ट्रीय एकता शिविर के लिए भारत सरकार के खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय और क्षेत्रीय निदेशालय भोपाल के क्षेत्रीय निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ श्री ए.एस कबीर, डॉ समरेंद्र सिंह राज्य एनएसएस अधिकारी एवं पदेन उपसचिव उच्च शिक्षा विभाग का विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के विश्वविद्यालय एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ पी के संगोड़े ने सभी स्वयंसेवको के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओ दी और मार्गदर्शन किया। राष्ट्रीय एकता शिविर झारखंड में राष्ट्रप्रगति के संवाहक बने छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय सेवा योजना के दूत,झारखंड में राष्ट्रीय एकता के सूत्र में पिरोया छत्तीसगढ़ के एनएसएस स्वयम सेवक के नवजवानों।

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