कवर्धा। कबीरधाम जिला युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष वीरेन्द्र जांगड़े को सोशल मीडिया में झूमाझटकी की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पद से निलंबित कर दिया गया था। युवा कांग्रेस के प्रदेश संगठन ने इस मामले में जांच टीम भी गठित की थी। जांच टीम की रिपोर्ट के पश्चात मारपीट की घटना में वीरेन्द्र जांगड़े के शामिल न होने के तथ्य व सबूत सामने आने पर उन्हें पद पर पुनः बहाल कर दिया गया।
तीन दिनों पहले सोशल मीडिया में दो पक्षों में झूमाझटकी की घटना का वीडियों वायरल हुआ था। वायरल वीडियों में कबीरधाम जिला युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र जांगड़े के भी इस घटना में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। प्रदेश युवा कांग्रेस संगठन ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए वीरेन्द्र जांगड़े को पद से निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही जांच टीम भी बना दी थी ताकि मामले में युवा कांग्रेस पदाधिकारी वीरेन्द्र जांगड़े की भूमिका स्पष्ट हो जाए।
छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष आकाश शर्मा व छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ. पलक वर्मा ने लिखित बयान जारी कर बताया है कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियों और जांच समिति को जांच के दौरान प्राप्त वीडियो की बारीकी से जांच की गई। जांच समिति ने पाया कि सभी वीडियों में यह साफ तौर पर दिख रहा है कि वीरेन्द्र जांगड़े द्वारा किसी से भी मारपीट नहीं की गई है, बल्कि उनके द्वारा विवाद को सुलझाने व झगड़ा को समाप्त करने का प्रयास किया गया है। इसे देखते हुए वीरेन्द्र जांगड़े को उनके पद से निलंबित करने के निर्णय को निरस्त कर दिया गया है।