सूरजपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना का जिले में सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। कलेक्टर इफ्फत आरा के निर्देश व मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. एस. सिंह के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना में अधिक से अधिक मरीजों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन हाट बाजार क्लिनिक में 50 से 60 मरीजों का उपचार करते हुए। उन्हें उनकी बिमारीयों से संबंधित दवा दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी के कारण बीमार लोगों को ईलाज के लिए कई बार आधारभूत स्वास्थ्य सेवायें समय पर नहीं मिल पाने के कारण बीमारी का पता नहीं चल पाता है तथा जटिलता की स्थिति में उच्च अस्पतालों को रिफर करना पड़ता है। ग्रामीण तथा शहरी स्लम क्षेत्रों में पैथोलाजी प्रयोगशालाएं नहीं होने के कारण मरीजों को छोटी-छोटी जांचों के लिए भी शहरी क्षेत्रों तक आना पड़ता है। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की ओर से आदिवासी अंचलों में ग्रामीणों के बीच हाट बाजार के महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की शुरुआत किया गया। इस योजना के अन्तर्गत प्रतिदिन हाट बाजार क्लीनिक में जांच और इलाज की सुविधा से ऐसे मरीजों को त्वरीत रूप से आधारभूत स्वास्थ्य सेवायें मिल रही है। सूरजपुर जिले के भी हाट बाजारों में भी इस योजना अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाकर संक्रामक व गैर-संक्रामक रोगों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। हाट बाजार क्लीनिक में ही रक्तचाप, मधुमेह, सिकलसेल एनीमिया, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों के लिए खून की जांच नि:शुल्क की जा रही है। व मरीजों को नि:शुल्क दवाइयां दी जा रही है साथ ही आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। जिससे लोगों का बीमारी की स्थिति में त्वरित ईलाज हो रहा है।
जिले में 18 वाहनों के द्वारा मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत हाट बाजार के दिन चिकित्सा टीम वहां भेजकर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। हाट बाजार में अस्पताल की इस योजना के क्रियान्वयन के साथ साथ स्वास्थ्य परीक्षण में पहुंचने वाले ग्रामीणों की विस्तृत जानकारी संकलित और संधारित कर इसका डाटा अद्यतन कर मरीजों के इलाज की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। उक्त हाट बाजार अस्पताल में यदि कोई गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्ति इलाज के लिए पहुंचता है, तो उसे तत्काल जिला अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में रेफर किया जाता है। विकासखंड रामानुजनगर के निवासी 53 वर्षीय हीरा साय बताते हैं, कि वे घरेलू सामग्री की खरीदारी करने बाजार हमेशा जाते थे, पर अब बाजार में मेडिकल टीम के होने से स्वास्थ्य लाभ भी मिल रहा है। विगत कुछ दिनों से उन्हें बुखार था। परंतु स्वास्थ्य केन्द्र गांव से दूर होने के कारण वे जांच कराने नहीं जा पा रहा थे। घर पर ही दवाइयों का सेवन कर रहे थे, जिससे तात्कालिक आराम तो मिलता था। परंतु स्थायी रूप से स्वास्थ्य लाभ नहीं हो रहा था। फिर हाट बाजार में आई मेडिकल टीम के पास अपना जांच कराया। टीम की ओर से उनका स्वास्थ्य परीक्षण व खून की जांच की गई। जांच उपरांत नि:शुल्क दवाई व उचित परामर्श प्रदान की गई। यहां मिले इलाज व दवाइयों से काफी लाभ मिला और यह योजना ग्रामीण जनों व दूरस्थ अंचल के लोगों के लिए सुविधा व बेहद लाभदायक है। वहीं विकासखंड सूरजपुर के दतिमा हाट बाजार में सेवा लिये 25 वर्षीय नवीन सिंह ने कहा स्वास्थ्य केन्द्र गांव से दूर होने के कारण वे जांच करने नहीं जा पा रहा था। फिर हाट बाजार में आई मेडिकल टीम के पास अपना जांच कटाया। टीम की ओर से उनका स्वास्थ्य परीक्षण व खून की जांच की गई। जांच उपरांत नि:शुल्क दवाई व उचित परामर्श प्रदान की गई, यहां मिले इलाज व दवाइयों से काफी लाभ मिला है।