ग्रामीणों को नदी किनारे जाने पर मनाही, गंगरेल बांध खतरे के निशान पर

Update: 2022-08-16 05:08 GMT

धमतरी। केचमेंट एरिया में झमाझम बारिश के चलते गंगरेल बांध खतरे के निशान पर पहुंच गया है। बांध में 1.31 लाख क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। कैचमेंट में बारिश के चलते अब भी करीब 1 लाख क्यूसेक प्रति सेकंड पानी की आवक बनी हुई है। इतनी बड़ी मात्रा में महानदी में पानी छोड़ने के कारण नदी तटीय गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गांव में किसी को भी नदी के किनारे जाने पर मनाही है।

महानदी में बाढ़ से प्रभावित होने वाले 43 अतिसंवेदनशील गांवों को हाई अलर्ट किया गया है। ग्राम पंचायत ने नदी किनारे रहने वालों को सुरक्षित जगह पर स्थांतरित। वर्षा के मौसम में पहली बार इतनी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। उल्लेखनीय है कि गंगरेल बांध से लगभग एक लाख 80 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने पर बाढ़ की स्थिति बनती है। 14 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है।

अंचल में पिछले दो दिनों से रूक-रूककर वर्षा हो रही है। भादो माह में सावन की झड़ी लगी हुई है। 13 अगस्त से वर्षा शुरू हुई है, जो रूक-रूककर हो रही है। रातभर रूक-रूककर वर्षा हुई। दिनभर वर्षा होने से जनजीवन प्रभावित रहा। लोग घरों में दुबके रहे। कामकाजी लोग रैनकोट, छतरी लेकर काम पर निकले। अच्छी वर्षा होने से अब खेती-किसानी में तेजी आएगी।


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