कांकेर। सुरक्षाकर्मियों ने मंगलवार को कांकेर जिले में मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया. यह राज्य में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ है, जिसमें नक्सलियों के कई सीनियर कमांडर ढेर हुए. छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई के अब तक के इतिहास में यह किसी एक मुठभेड़ में नक्सलियों की यह सबसे अधिक मौतें हैं. इस साल अब तक माओवादियों के गढ़ बस्तर रीजन में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 79 नक्सली मारे गए हैं.
राज्य के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भीषण गोलीबारी में तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए और मौके से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए. सुरक्षा बलों ने इस एनकाउंटर में शंकर राव को मारने में सफलता पायी. वह दंडकारण्य डिवीजन में नक्सलियों का सबसे कड़ा और प्रभावशाली कमांडर था. शंकर राव अपने डिवीजन का मिलिट्री इंटेलिजेंस चीफ था और उसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, जिनके पास गृह विभाग भी है, उन्होंने इस मुठभेड़ को नक्सलियों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' बताया. उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी सफलता है और इसका पूरा श्रेय हमारे बहादुर सुरक्षा कर्मियों को जाता है. बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल ऑपरेशन) सुंदरराज पी ने कहा, 'मुठभेड़ मगलवार दोपहर करीब 2 बजे छोटेबेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिनागुंडा और कोरोनार गांवों के बीच हापाटोला जंगल में हुई, जब सीमा सुरक्षा बल (BSF) और राज्य पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की संयुक्त टीम एक अभियान पर निकली थी'.
उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के नॉर्थ बस्तर डिवीजन के सीनियर कैडरों शंकर, ललिता, राजू और अन्य की मौजूदगी के बारे में इनपुट के आधार पर शुरू किया गया था. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, इलाके में गश्त के दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई. मौके से 29 माओवादियों के शव और एके-47, एसएलआर, इंसास और .303 राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए.