छुरा में वनधन केन्द्र स्थापित, लघु वनोपजों की बिक्री में ग्रामीणों को होगी सहुलियत
छग
गरियाबंद। छुरा वन परिक्षेत्र गरियाबंद वनमण्डल में सम्मिलित एक नगरीय एवं आदिवासी बाहुल्यता वाला परिक्षेत्र है, जहां पूरा क्षेत्र प्राकृतिक वनों से आच्छादित है। इन वनों में प्रचुर मात्रा में औषधि, कन्द-मूल, वनस्पति एवं लघु वनोपज की उपलब्धता है। संग्राहकों द्वारा संग्रहित इन लघु वनोपज का विनिमय एवं विक्रय को सुगम बनाने हेतु एक सार्वजनिक केन्द्र की आवश्यकता क्षेत्रा में सतत् महसूस हो रही थी। वन विभाग द्वारा इस आवश्यकता को पहचान कर एक वनधन हाट बाजार केन्द्र का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसे शासन द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी प्रदाय करते हुए एक वनधन केन्द्र स्वीकृत किया गया। 10 लाख रूपये की लागत से वन धन केन्द्र पूर्ण रुप से बनकर तैयार हो गया है। वन धन केन्द्र स्थापित हो जाने से ग्रामीणों को काफी सहुलियत होगी। इस केन्द्र के माध्यम से आस-पास के वनों से प्राप्त लघु वनोपजों को वनवासियों एवं ग्रामीणों से खरीदी की जायेगी। वन परिक्षेत्र अधिकारी छुरा ने बताया कि यह केन्द्र स्थापित हो जाने से लघु वनोपज संग्राहकों को लघु वनोपज का उचित मूल्य एवं व्यवस्थित विक्रय केन्द्र प्राप्त होगा। क्षेत्र के संग्राहकों को रोजगार उपलब्ध होगा। साथ ही वनोपज संग्राहकों के परिवारों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। वनधन केन्द्र का निर्माण बहु आयामी निर्माण है जो शासन की एक महती योजना का हिस्सा है। क्षेत्र में वन धन केन्द्र की स्थापना से संग्राहकों में खुशहाली का माहौल बना हुआ है।