गुरुवार को जारी आदेश के बाद ही कयास लगाए जा रहे थे कि दूसरी सूची जल्द आएगी। राज्य शासन ने दूसरी सूची जारी कर दी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पर्यटन मंडल के अध्यक्ष के पद पर मुख्यमंत्री के करीबी व पीसीसी के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव की ताजपोशी की गई है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष पद पर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद नायक की नियुक्ति की गई है। दो महत्वपूर्ण पदों पर मुख्यमंत्री के करीबियों की जिम्मेदारी मिलने का मतलब साफ है कि बिलासपुर जिले की राजनीति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ही चलेगी। आने वाले दिनों में जिले की राजनीति की सुई भी इनके इर्द गिर्द ही घूमेगी। सत्ता और संगठन में मजबूत पकड़ के साथ ही कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और उनके अनुरूप कार्य करने की चुनौती भी प्रमोद नायक व अटल श्रीवास्तव के सामने रहेगी। सत्ता और संगठन के बीच सामंजस्य बनाकर चलने की जिम्मेदारी भी निभानी पड़ेगी। माटीकला बोर्ड में सदस्य के रूप में बसंत चक्रधारी व मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष के पद पर राजेंद्र ढीमर की नियुक्ति की गई है। मुंगेली जिले के प्रभु मल्लाह को सदस्य के पद पर नियुक्ति दी गई है।
कुछ लोग नियुक्तियों पर उठा रहे सवाल
इधर लंबे समय से निगम-मंडल की सूची का इंतजार कर रहे कांग्रेस नेताओं को उस समय निराशा हाथ लगी, जब तीसरी सूची जारी कर दी गई। कई वरिष्ठ नेता सिर्फ सदस्य बनाने से नाराज हैं तो कुछ ऐसे नेताओं को जगह मिल गई है, जिन्हें जिले के कांग्रेसी जानते तक नहीं। कांग्रेस नेताओं की नाराजगी का आलम यह है कि कोरबा के एक नेता ने यहां तक कह दिया कि भले पार्टी निकाल दे, लेकिन अर्चना उपाध्याय स्वीकार नहीं है।
कांग्रेस ने गुरुवार देर रात और शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के निगम, आयोग और मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों की सूची जारी की। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महामंत्री अरुण भद्रा को रायपुर विकास प्राधिकरण में सदस्य बनाया गया है। इस पर भद्रा ने कहा कि मैं यह पद नहीं ले सकता। पार्टी ने सूची जारी करते वक्त वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा। हम लोग इतने सालों से घर बार छोड़कर पार्टी के काम में लगे रहते हैं। साफ है कि दबाव में आकर लोगों को पद बांटे गए हैं। सभी पुराने नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है। इससे उनके मन में असंतोष पैदा हो रहा है। पार्टी को सोचना चाहिए कि आगे भी चुनाव लडऩा है। सूरजपुर के संजय गुप्ता को कृषक कल्याण परिषद का सदस्य बनाया गया है। उनको जिले के नेता ही नहीं जानते। खुशी मनाने के बजाए यहां के कांग्रेस नेता उन्हें ढूंढ रहे हैं, जिसे पार्टी ने पद दिया है। सूरजपुर से इस तरह से पदों के बंटवारे में बड़ा असंतोष देखा जा रहा है। स्थानीय नेताओं ने बताया कि संजय गुप्ता नाम के किसी कांग्रेस नेता को यहां कोई जानता ही नहीं, ये पार्टी की गतिविधियों में भी नहीं रहे। गरियाबंद और कोरिया जिले के कांग्रेस नेताओं के नाम निगम मंडल की सूची में नहीं है। दूसरी तरफ महासमुंद से एक दो नहीं, बल्कि आधा दर्जन से अधिक नेताओं के नाम हैं। जांजगीर जिले से रामकुमार पटेल को शाकंभरी बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है। बताया जा रहा है कि उन पर छह साल पहले फर्जी अफसर बनकर माध्यमिक शिक्षा मंडल के अफसरों को धमकी देने का आरोप है।
नए जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही पर सरकार की मेहरबानी दिख रही है, वहीं कई जिलों में एक भी नेता को पद नहीं दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस महासचिव उत्तम वासुदेव को युवा आयोग और मरवाही उपचुनाव में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल अर्चना पोर्ते को अनुसूचित जनजाति आयोग का सदस्य बनाया गया है। बिलासपुर के कांग्रेसियों को भी निराशा ही हाथ लगी है। जिले के सिर्फ दो नेताओं को शामिल किया गया है। प्रमोद नायक को जिला सहकारी बैंक का अध्यक्ष और रविंद्र सिंह को योग आयोग का सदस्य बनाया गया है। हालांकि शुक्रवार को जारी सूची में अटल श्रीवास्तव को पर्यटन मंडल का अध्यक्ष घोषित किया गया है।